न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: दिल्ली में कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व के साथ हुई महत्वपूर्ण बैठक के बाद झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश गुरुवार को रांची लौटे. उन्होंने न्यूज़ 11 भारत से बातचीत में बताया कि यह बैठक बेहद सकारात्मक रही और इसमें प्रदेश कांग्रेस की गतिविधियों की सराहना की गई. प्रदेश अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि बैठक में किसी भी विधायक ने किसी के खिलाफ कोई व्यक्तिगत शिकायत नहीं की. बल्कि, पार्टी के शीर्ष नेताओं राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने सभी मंत्रियों और विधायकों को स्पष्ट निर्देश दिए कि संगठन, कार्यकर्ताओं और जनता को प्राथमिकता देते हुए काम किया जाए.
मंत्री जिलों में नियमित रूप से जनता दरबार भी लगाएंगे
उन्होंने बताया कि केंद्रीय नेतृत्व ने कहा है कि समय-समय पर ऐसी बैठकें होती रहेंगी ताकि राज्य और केंद्र के बीच बेहतर समन्वय बना रहे. इसके अलावा, निर्देश दिया गया है कि अब राज्य के मंत्री जिलों में नियमित रूप से जनता दरबार भी लगाएंगे, ताकि लोगों की समस्याएं सीधे सुनी और हल की जा सकें. इस बीच, कांग्रेस के ओबीसी विभाग ने भी आगामी कार्यक्रमों की घोषणा की है. ओबीसी विभाग की कार्यसमिति की बैठक कांग्रेस भवन में आयोजित हुई, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश और विधायक दल के नेता प्रदीप यादव भी शामिल हुए.
2 अगस्त को राजभवन के समक्ष धरना
बैठक में निर्णय लिया गया कि 2 अगस्त को राजभवन के समक्ष धरना दिया जाएगा. इसकी प्रमुख मांगें होंगी - ओबीसी आरक्षण को 27 प्रतिशत तक बढ़ाना, ओबीसी मंत्रालय का गठन और आरक्षण की अधिकतम सीमा में वृद्धि. बैठक के बाद ओबीसी विभाग के चेयरमैन अभिलाष साहू ने कहा, "राजभवन के सामने पार्टी जोरदार तरीके से अपनी मांगें रखेगी और ओबीसी समुदाय के हक के लिए आवाज बुलंद करेगी." इसके अलावा, आगामी 25 जुलाई को दिल्ली में आयोजित पार्टी कार्यक्रम में भागीदारी को लेकर भी रणनीति तैयार की गई. कुल मिलाकर, दिल्ली से लौटने के बाद झारखंड कांग्रेस में संगठनात्मक सक्रियता बढ़ी है और अब सीधे जनसंपर्क व संगठन सशक्तिकरण पर जोर देने की तैयारी है.