न्यूज़11 भारत
रांची: भारत देश के प्रधानमंत्री किसी भी जगह जाए तो उनकी सुरक्षा में तैनात SPG कमांडो हमेशा काले रंग का ब्रीफकेस अपने साथ रखते है. साथ ही देखा जाता है कि वो हमेशा काले रंग का चश्मा भी पहने हुए रहते है. पर क्या आपने कभी सोचा है कि आख़िरकार इसके पीछे SPG कमांडो की रणनीति क्या होती है. आज हम इस पर्दे के पीछे का राज खोलेंगे.
क्या होता है SPG कमांडो के ब्रीफकेस में
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि SPG कमांडो के ब्रीफकेस में कोई सामन नहीं रखा जा सकता है. वो सामान रखने वाला ब्रीफकेस नहीं होता है. ब्रीफकेस के रूप में वह एक शील्ड होता है, जो पूरी तरह बुलेट प्रूफ होता है. यह एक ऐसा ब्रीफकेस होता है जिसपर गोलियों का कोई भी असर नहीं होता है. अब सवाल यहउठता है कि आख़िरकार इस बुलेटप्रूफ ब्रीफकेस का इस्तेमाल कहां किया जाता है. बता दें कि अगर कभी किसी हालात में प्रधानमंत्री के ऊपर हमला होता है तो SPG कमांडो इस ब्रीफकेस को खोल बुलेटप्रूफ शील्ड से उनकी सुरक्षा करेंगे. साथ ही इस ब्रीफकेस में एक गन भी होता है ताकि SPG के कमांडो इसके मदद से पलटवार कर सकें.
क्या है काले चश्मे के पीछे का राज?
अगर आपने कभी ध्यान दिया होगा तो याद होगा कि SPG कमांडो हमेशा ही काला चश्मा पहनते है. प्रधानमंत्री की सुरक्षा में तैनात कमांडो हर तरफ अपनी नज़र बनाये रखते है. और काला चश्मा पहनने से किसी को यह पता नहीं चलता कि उनकी नज़र किधर है और वो किस ओर देख रहे है. चाहे जिस और से हमला हो SPG के कमांडो पूरी तरह से अलर्ट रहते है. काले चश्मे का एक और कारण भी है. दरअसल अगर किसी के सामने ब्लास्ट हो जाए तो चमकदार रोशनी की वजह से उसकी आंखें चौंधिया जाती हैं. ऐसे में कुछ देर तक शख्स को कुछ दिखाई नहीं देता है. ऐसी स्थिति से निपटने के लिए ही SPG कमांडों अपनी आंखों पर हमेशा काला चश्मा लगाए हुए दिखते हैं. ब्लास्ट की रोशनी के प्रभाव को काला चश्मा रोक लेता है.