प्रेम कुमार सिंह/न्यूज 11 भारत
गुमला/डेस्क: प्रखण्ड में ईद उल अहजा बकरीद का पर्व हर्सोल्लास और आपसी भाईचारगी के साथ सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाया गया. पर्व को लेकर अहले सुबह से ही मुस्लिम धर्मावलंबी पर्व की तैयारी में जुटे रहे, नए-नए कपड़े पहनकर निर्धारित समय के अनुसार प्रखण्ड के तमाम मस्जिदों और ईदगाहों में ईद उल अजहा की विशेष नमाज अदा की गई. नमाज के बाद अमन शांति और तरक्की की दुवाए की गई. एक दूसरे से गले मिलकर बकरीद की मुबारकबाद दी गई, और अपने-अपने घरों में जाकर अपने हैसियत के मुताबिक बकरे की कुर्बानी दी गई. भरनो जामा मस्जिद में नमाज के दौरान अपने तकरीर में मौलाना हुसैन बांदवी ने कहा कि बकरीद त्याग और बलिदान का पर्व है. यह पर्व इब्राहीम अलैसलम अपने बेटे इस्माइल अलैसलम को खुदा की राह में कुर्बान कर दिया था. लेकिन बेटे की कुर्बानी नहीं होकर एक दुम्बा की कुर्बानी हो गई थी. जिसकी याद में बकरीद का पर्व मनाया जाता है, और कुर्बानी दी जाती है. बकरीद की नमाज को लेकर भरनो थाना प्रभारी कंचन प्रजापति के नेतृत्व में भरनो पुलिस के पदाधिकारी एवं पुलिस जवान डोम्बा, मलगो, परसा, सुपा, पाबेया, लोंगा, पहाड़ केशा, अमनपुर सहित सभी मस्जिदों और ईदगाहों के समीप सुरक्षा व्यवस्था को लेकर तैनात रहे.
मौके पर भरनो अंजुमन इस्लामिया के सदर मो. खलील, सेक्रेटरी मिनहाज अख्तर, नाइफ सदर नूर एहसान, मुस्ताक आलम, मो. मुस्तफा, इकबाल मियां, अनवर हुसैन समेत बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग उपस्थित थे.