Saturday, Oct 5 2024 | Time 00:04 Hrs(IST)
 logo img
NEWS11 स्पेशल


Rishi Kapoor की जयंती: 100 से ज्यादा फिल्मों में छाए, जानिए उनके अधूरे सपने को

Rishi Kapoor की जयंती: 100 से ज्यादा फिल्मों में छाए, जानिए उनके अधूरे सपने को

 न्यूज 11 भारत 


रांची/डेस्क: आज हम बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर की जयंती मना रहे हैं. वह अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनकी फिल्मों और यादों ने उन्हें अमर बना दिया है. ऋषि कपूर ने 50 साल के अपने फिल्मी सफर में 121 से ज्यादा फिल्मों में काम किया और अपनी अदाकारी से सबके दिलों पर राज किया. उनके जीवन से जुड़े कुछ मजेदार और दिलचस्प किस्से आज भी लोगों के बीच चर्चा का विषय बने रहते हैं. आइए, जानते हैं कुछ ऐसी ही अनसुनी बातें. 


'रफू चक्कर' की शूटिंग का दिलचस्प वाकया


फिल्म 'रफू चक्कर' की शूटिंग के दौरान एक मजेदार घटना घटी. इस फिल्म में ऋषि कपूर ने एक महिला का किरदार निभाया था. जब शूटिंग के बीच में उन्हें वॉशरूम जाना था, तो वह महिला के गेटअप में होने की वजह से जेंट्स वॉशरूम में जाने से झिझक रहे थे. लेकिन जब जरूरत हद से बढ़ गई, तो उन्हें जाना पड़ा. वॉशरूम से निकलते समय वहां मौजूद लोगों ने जब उन्हें महिला के रूप में देखा, तो हैरान रह गए. बाद में जब उन्होंने अपना असली रूप दिखाया, तो लोग मानने को तैयार नहीं थे कि वह ऋषि कपूर हैं. 


ऋषि कपूर की प्रेम कहानियां: यास्मीन से नीतू तक


ऋषि कपूर का युवावस्था में अभिनेत्री यास्मीन के साथ रोमांस हुआ, लेकिन उनका रिश्ता ज्यादा लंबा नहीं चला. इसके बाद नीतू सिंह उनकी जिंदगी में आईं, और दोनों का रिश्ता काफी चर्चा में रहा. इसके बावजूद कुछ समय के लिए उनका नाम जुही चावला के साथ भी जोड़ा गया, लेकिन नीतू से शादी के बाद उनका दिल सिर्फ उन्हीं के लिए धड़कता रहा. 


'स्वेटरमैन' का अनोखा शौक


ऋषि कपूर को स्वेटर्स पहनने का बहुत शौक था. फिल्मों में वह अपने स्वेटर्स को बहुत खास अंदाज में पहनते थे. सबसे दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने कभी भी किसी फिल्म में एक ही स्वेटर दोबारा नहीं पहना. इसी वजह से लोग उन्हें प्यार से 'स्वेटरमैन' भी कहते थे. 


बचपन से ही एक्टिंग का जुनून


ऋषि कपूर को अभिनय का शौक बचपन से ही था. महज तीन साल की उम्र में उन्होंने फिल्म 'श्री 420' के गाने में एक छोटा सा रोल निभाया था. यह उनकी अभिनय यात्रा की शुरुआत थी, जो बाद में उन्हें एक महान अभिनेता बना गई. 


निर्देशन में भी आजमाई किस्मत


ऋषि कपूर ने सिर्फ अभिनय ही नहीं, बल्कि निर्देशन में भी हाथ आजमाया. 1999 में उन्होंने फिल्म 'आ अब लौट चलें' का निर्देशन किया, जिसमें ऐश्वर्या राय और अक्षय खन्ना ने काम किया था. हालांकि, यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर ज्यादा सफल नहीं हो पाई. 


यह भी पढे:केंद्र ने दिल्ली के LG की शक्तियों में इजाफा, MCD चुनाव से पहले किया बड़ा फैसला


अधूरा सपना

अपने जीवन में ऋषि कपूर ने बहुत कुछ हासिल किया, लेकिन उनका एक सपना अधूरा रह गया. वह चाहते थे कि वह अपने बेटे रणबीर की शादी में उसे घोड़ी पर बैठते देखें, लेकिन ऐसा हो नहीं सका. रणबीर की शादी से पहले ही उनका निधन हो गया. 


ऋषि कपूर अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी फिल्मों और यादें हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेंगी. उनके जन्मदिन के इस खास मौके पर हम उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और उनकी यादों को ताजा करते हैं. 

अधिक खबरें
क्या महिलाएं सचमुच अधिक बोलती हैं? वैज्ञानिक अध्ययन और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से जाने पूरी बात
सितम्बर 16, 2024 | 16 Sep 2024 | 11:40 AM

समाज में यह धारणा गहरी है कि महिलाएं पुरुषों की तुलना में बहुत ज्यादा बोलती हैं. अक्सर यह बात चर्चा का विषय बन जाती है और महिलाओं को इस आधार पर आलोचना का सामना करना पड़ता है. लेकिन क्या यह धारणा वाकई सही है? आइए इस पर एक नजर डालते हैं.

खिला काश फूल, मतलब वर्षा ऋतु की विदाई और मां दुर्गा का आगमन
सितम्बर 15, 2024 | 15 Sep 2024 | 1:50 AM

झारखंड में खेत, नदियों के किनारे इस समय आपको सफेद चादर सी बिछी दिखेगी. ये काश के फूल हैं. काश के फूल का झारखंड की संस्कृति में प्रकृति का खास महत्व है, प्रकृति के प्रत्येक पौधे और घास का विशेष महत्व रहा है.

पितृ पक्ष में पितरों के लिए करें ये विशेष कार्य, मिलेगा उनका आशीर्वाद
सितम्बर 15, 2024 | 15 Sep 2024 | 11:08 AM

17 सितंबर से पितृ पक्ष की शुरुआत हो रही है, जो 2 अक्टूबर तक चलेगा. यह अवधि हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण मानी जाती है, जिसमें पूर्वजों की श्रद्धा और पूजन का विशेष महत्व है. इस दौरान पितरों के प्रति आदर-भाव प्रकट किया जाता है, और उन्हें आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए विशेष पूजा की जाती है.

Karma Puja 2024: प्रकृति पर्व करमा पूजा आज, जानें क्यों मनाया जाता है करमा पूजा
सितम्बर 14, 2024 | 14 Sep 2024 | 12:16 PM

झारखंड के प्रमुख पर्वों में से एक करम पर्व और पूजा आज राज्यभर में बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है. चारों और करम के गीतों की गूंज है. यह पर्व भाई-बहन के अटूट प्रेम और झारखण्ड की समृद्ध संस्कृति और सभ्यता का प्रतीक है. यह पर्व झारखंडवासियों का प्रचीन और पारंपरिक त्यौहार है.

अनंत चतुर्दशी: महत्व और व्रत के लाभ
सितम्बर 14, 2024 | 14 Sep 2024 | 10:38 AM

अनंत चतुर्दशी, भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है. यह विशेष रूप से श्रीहरि विष्णु की पूजा के लिए समर्पित है. मान्यता है कि इस दिन श्रीहरि की पूजा और अनंत सूत्र बांधने से व्यक्ति को 14 वर्षों तक अनंत सुख और फल प्राप्त होते हैं.