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झारखंड


बसिया के छह गरीब परिवारों का राशन कार्ड रद्द, बिना कारण बताए कार्रवाई से गरीब परिवार दुःखी

जिले में अवैध राशन कार्ड बनाने का बड़ा रैकेट - चैतू उरांव
बसिया के छह गरीब परिवारों का राशन कार्ड रद्द, बिना कारण बताए कार्रवाई से गरीब परिवार दुःखी

नीरज कुमार साहू/न्यूज़11 भारत


बसिया/डेस्क: गुमला के बसिया  प्रखंड में एक चौंकाने वाला मामला प्रकाश में है जहां  गरीब परिवारों का राशन कार्ड बिना कारण बताएं रद्द कर दिया गया. मामला बसिया प्रखंड के अंतर्गत ससिया ग्राम की है टेकमन प्रधान, दूरमनी देवी, मकरवाती देवी, सुलोचनी देवी, ललिता देवी, एवं बंदिनी देवी जो बहुत ही गरीब परिवार से हैं इन सभी 6 गरीब परिवारों का राशन कार्ड एक ही दिन  अप्रैल महा को रद्द(डिलीट) कर दिया गया.


 और हद तो तब हो गई जब पीड़ित परिवारों को इस संबंध में जानकारी भी नहीं दी गई. जब पीड़ित परिवार अपना राशन लेने डीलर के पास गए तब डीलर ने उन्हें कहा कि आपका राशन कार्ड रद्द कर दिया गया है जिस कारण आप लोगों को राशन नहीं मिल पाएगा.


कांग्रेस जिला अध्यक्ष चैतू उरांव ने पीड़ित परिवारों से की मुलाक़ात


 कांग्रेस जिला अध्यक्ष चैतू उरांव ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर जाना पूरा मामला. चैतू उरांव ने कहा कि यह बहुत ही गंभीर विषय है की गरीब परिवारों वालों को बिना सूचना दिए उनका राशन कार्ड निरस्त कर दिया गया, उन्होंने आगे कहा कि जिले में एक बहुत ही बड़ा रैकेट चल रहा है जिसमें मोटी रकम लेकर राशन कार्ड बनाया जा रहा है उन्होंने आगे कहा कि जब पीड़ित परिवारों के द्वारा अपने राशन कार्ड सरेंडर करने के लिए किसी भी प्रकार का ज्ञापन दिया ही नहीं गया है तो उनका राशन कार्ड निरस्त होना सोच से परे है चैतू उरांव ने कहा कि अन्य प्रखंडों से भी उन्हें इस तरह की शिकायतें मिल रही है और इस खेल में कई ऐसे सक्षम लोग शामिल है जो मोटी रकम लेकर राशन कार्ड बना रहे हैं. चैतू उरांव ने ग्रामीणों को आश्वासन  देते हुए कहा कि इस संबंध में मैं गुमला उपायुक्त से मिलकर सारी बातों को रखूंगा एवं पीड़ित परिवारों को राशन कार्ड देने के साथ-साथ जो भी इस तरह के खेल में सम्मिलित होंगे उन पर कार्रवाई हेतु निवेदन करूंगा.


1 महीने से पीड़ित परिवार अफसर के दफ्तरों का काट रहे हैं चक्कर


 पीड़ित गरीब परिवार वालों का कहना है कि जब हमें अपने राशन कार्ड निरस्त(डिलीट) होने की सूचना मिली तब से हम 1 महीने से अफसर के दफ्तर के चक्कर काट रहे पर हमारे समस्या का निदान नहीं किया जा रहा है. हमने अफसरों को अवगत कराया कि हमने कभी भी अपने राशन कार्ड को सरेंडर करने का किसी भी प्रकार का आवेदन नहीं दिया है फिर भी हमारे राशन कार्ड को निरस्त कर दिया गया. जबकि हम गरीब परिवार से हैं, हमारे द्वारा जिला आपूर्ति अधिकारी(dso) से भी मुलाकात कर अपने समस्या से अवगत कराया गया एवं राशन कार्ड निरस्त करने का कारण पूछा गया, पर वहां से किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं दी गई.


 इसके बाद सूचना के अधिकार के तहत भी राशन कार्ड निरस्त होने के संबंध में हमने जानकारी मांगी गई उसके द्वारा भी हमें किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी गई.


 इस संबंध में हमने गुमला उपायुक्त को भी आवेदन देकर इस समस्या से निजात दिलाने का आगरा किया  है पर इतने दिन बीत जाने के बाद भी हमें नहीं बताया जा रहा है कि हमारा राशन कार्ड क्यों निरस्त किया गया.


पीड़ित परिवारों में एक गरीब महिला का ना बच्चे हैं ना पति फिर भी कर दिया गया उसका राशन कार्ड निरस्त


 6 पीड़ित परिवारों में से एक महिला मकरवती देवी जो लगभग 60 वर्ष की है उसने बताया कि उसका पति भी नहीं है और ना ही उसके बच्चे हैं, एक छोटे से मकान में रहती है और ना ही उसके पास जीवन जीने के लिए खेती बाड़ी  ही है, उसने कहां की राशन कार्ड रहने से जो अनाज मिलते थे उसी को खाकर मैं अपना जीवन यापन करती थी, अगर अब राशन नहीं मिलेगा तो मैं अपना जीवन यापन कैसे कर पाऊंगी.


 इस संबंध में जब हमने दूरभाष के माध्यम से जिला आपूर्ति अधिकारी (dso) से गरीब परिवारों का कार्ड निरस्त होने का कारण पूछा तो उन्होंने कहा कि ऑनलाइन आवेदन दिया गया था कार्ड सरेंडर करने के लिए इसलिए उन लोगों का कार्ड निरस्त कर दिया गया 


इस संबंध में बसिया प्रखंड विकास पदाधिकारी सुप्रिया भगत ने कहा कि पीड़ित परिवार और राशन डीलर से सभी जानकारी ली गई है जिसके बाद जिला के उच्च अधिकारियों को सूचना दी गई है, आगे जो भी कार्रवाई की जाएगी आप लोगों को सूचित किया जाएगा.


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