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रांची/डेस्क: राजधानी रांची के नामकुम के नया भूसुर मैदान में पाहन महासम्मेलन का आयोजन किया गया हैं. लगभग 4 हजार की संख्या में आदिवासी समाज के लोग उपस्थित हैं. मुख्य रूप से पाहन , हो समाज ,कड़ियां ,मुंडा,भोक्ता,उराव,तमनिया समेत सभी आदिवासी समाज के लोग उपस्थित हैं. पूर्व मुख्यमंत्री मधुकोड़ा हो समाज के प्रतिनिधित्वकर्ता के रूप में मौजूद हैं. Id- पाहन सम्मेलन
झारखंड की राजधानी रांची के नामकुम में पाहन सम्मेलन का आयोजन किया गया इस सम्मेलन में लगभग 4000 आदिवासी समाज के लोगों की उपस्थिति रही इसका उद्देश्य कैसे आदिवासी समाज के सभ्यता और संस्कृति को बचाना है अगर किसी भी तरह के निर्णय आदिवासी समाज के द्वारा लिए जाते हैं तो उसमें कैसे एक मत रहा जाए पेसा कानून समेत कई आदिवासी से संबंधित ज्वलंत मुद्दे इसके संदर्भ में चर्चा भी की गई लगभग 1 सप्ताह में झारखंड के सभी जिलों में इस तरह के सम्मेलन होंगे आज के इस सम्मेलन में कई प्रस्ताव भी पहन समाज के लोगों द्वारा सर्वसम्मति से पारित किए गए आदिवासी आरती कुजूर ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से देखने को मिल रहा है कि हमें बांटने का प्रयास किया जा रहा है एक साजिश के तहत हमारी संस्कृति एवं सभ्यता को ठेस पहुंचाया जा रहा है वही सभा में उपस्थित हो समाज के प्रतिनिधित्व कर रहे पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने कहा कि आज यह महासम्मेलन आदिवासी समाज के लिए काफी महत्वपूर्ण है हमें बांटने की साजिश हो रही है इसलिए हमें एक होना पड़ रहा है हमारी संस्कृति में पहन श्रेष्ठ होते हैं लेकिन धर्म गुरु और अलग-अलग नाम देकर फूट डालने की कोशिश की जा रही है वही मधु कोड़ा ने कहा कि सभी आदिवासी समाज को एकजुट करना है आज वैसे आदिवासी यहां उपस्थित है जिन्होंने अपना धर्म परिवर्तन नहीं किया है उन्होंने वैसे ट्राइबल से भी आगरा किया कि जहां से में आकर अगर धर्म परिवर्तन आपने किया है तो अपनी सभ्यता संस्कृति को बचाने के लिए घर वापसी करें आज हम धर्म की रक्षा करेंगे तो आने वाले दिनों में धर्म हमारी रक्षा करेगा.