हजारीबाग/न्यूज़11 भारत
चतरा/डेस्क: जिला मुख्यालय में प्रस्तावित रेल कोचिंग डिपो के निर्माण कार्य में तीव्रता लाने का निर्देश रेल मंत्री ने धनबाद डिविजन के रेल अधिकारियों को दिया हैं. इस संबंध में हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मिलकर तथा पत्र के माध्यम से विषय को रखा था. मंत्री ने मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे दिए हैं, जिससे अब कार्य में गति आने की पूरी संभावना है.
आखिर क्यों ज़रूरी है यह कोचिंग डिपो?
हजारीबाग में बनने वाला कैरेज एंड वैगन (कैरेज एंड वैगन ) कोचिंग डिपो एक अहम तकनीकी सुविधा है, जहाँ मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों के कोच की सुरक्षा व तकनीकी जांच होती है. यह जांच सुनिश्चित करती है कि ट्रेन संचालन से पूर्व सभी डिब्बे पूरी तरह कार्यक्षम व सुरक्षित हों. इस प्रकार की सुविधा जिस भी स्टेशन पर होती है, वहाँ से मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों के संचालन का मार्ग प्रशस्त होता है — यात्री सुविधाओं में वृद्धि और रेलवे सेवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित होती है.
सालों से लटकी योजनाएं अब पकड़ रही हैं रफ्तार
हजारीबाग जैसे क्षेत्र के लिए यह परियोजना केवल एक बुनियादी ढांचा नहीं, बल्कि क्षेत्रीय विकास, रोजगार और सुगम रेल परिवहन की दिशा में बड़ा कदम है.