न्यूज 11 भारत, अमित सिंह
रांची: आपको यह जान कर आश्चर्य होगा कि कुछ लोग वशीकरण, यानी सामने वाले को अपने वश में करने की विशेष ज्ञान रखते है. इसके लिए तंत्र साधना करते है. विशेष पूजा पाठ करते है. नोटों की बारिश हो, इसके लिए भी विशेष तंत्र साधना होती है. इस तंत्र साधना में कछुए की पूजा होती है. तांत्रिकों का कहना है कि 20 और 18 नख वाले कछुए मिल जाएं तो वह तंत्र साधना से नोटों की बारिश करा सकते हैं. 20 और 18 नख वाले कछुए भारत में नहीं मिलते है. नवरात्रि से दीपावली के बीच तंत्र साधना के लिये कछुओं की मांग काफी बढ़ जाती है.
प्रर्वतन निदेशालय, ईडी की छापामारी में रांची के हरमू स्थित प्रेम प्रकाश के घर से विदेशी मूल का कछुआ बरामद किया गया है. वन विभाग के अफसरों की माने तो बरामद कछुआ कंबोडियम मूल का है. जो काफी रेयर मूल का कछुआ है. ये प्रतिबंधित है. जब्त कछुआ के वन विभाग के अधिकारी अपने साथ ले गए. न्यूज 11 भारत ने इस पुरे मामले की पड़ताल की, तेा पता चला कि रेयल मूल के इस कछुए की विशेष तंत्र पूजा होती है. यह तंत्र पूजा वशीकरण और नोटों की बारिश के लिए लोग करते है.
तंत्र पूजा के लिए घर में रखा था कछुआ
प्रेम प्रकाश के आवासे जो कछुआ जब्त हुआ है, उसके कछुए के पीठ पर सफेद सर्कल है. जो आम कछुए के पीठ पर देखने को नहीं मिलता है. वहीं उस कछुए के नख 18 है. आपको बता दें प्रेम प्रकाश उस कछुए की पूजा वशीकरण और नोटों की बारिश के लिए करता था. तंत्र पूजा विधि के सहयोग से प्रेम प्रकाश, यानी P स्कावायर अपने सामने बैठे लोगों को खुद के वश कर लेता था. उनसे नोटों की बारिश होती थी. तंत्र विद्या के सहयोग से ही प्रेम प्रकाश नेता और अफसरों को अपना करीबी बना लेता था. प्रेम में किसी को भी अपने वश में करने की क्षमता है.
प्रेम में मंगाया था एक साथ 11 कछुआ
न्यूज 11 भारत की पड़ताल में पता चला है कि प्रेम प्रकाश ने कंबोडियम मूल के कुल 11 कछुए मंगए थे. अपने पास एक कछुआ को रखा था. 10 कछुआ प्रेम प्रकाश अपने करीबी आईएएस, आईपीएस और राजनेताओं को उपहार में दिया है. उपहार देते समय उसने एक अफसर से कहां था यह कछुआ आपके जीवन में बड़ा बदलाव लाएगा. आपकी शक्ति में वृद्धि होगी. सही में उस अफसर के जीवन में बदलाव आया. अब वह सलाखों के पीछे है. प्रेम में जीन-जीन लोगों को कछुआ उपहार में दिया है, अब सबके जीवन में बदलाव दिखने लगा है. 1000 से 1200 रूपये में बिकने वाले कछुआ इन दिनों 2 से 4 लाख रूपए में मिल रहे हैं.
नरम परत देखकर तय होती हैं कीमत
नरम परत वाले कछुओं के अधिक फूलने के कारण काफी देर तक नोटों की बारिश होती है. कछुओं की कीमत नरम व कड़ी परत देखकर तय होती है. 20 नख वाले नरम कछुओं से एकाएक धनवान बनने की मंशा रखने वाले बड़ी रकम देने को तैयार हो जाते हैं. यदि किसी शिकारी के हाथ 18 नख वाला कछुआ लग जाता है तो वह भी बड़ी कमाई करता है.
क्या है कछुआ तंत्र धन प्राप्ति साधना और वशीकरण
कछुआ तंत्र धन प्राप्ति साधना, धन प्राप्ति के लिए सही दिशा में प्रभावकारी परिश्रम की जरूरत होती है, परंतु कई बार आपके रात-दिन की कड़ी मेहनत भी रंग नहीं दिखा पाती. जरूरतों के मुताबिक धनागमन नहीं हो पाता है, या फिर आपका पैसा अटका होने से कर्ज में डूबे रहते हैं. इसका कारण धन की देवी का रूष्ट होना हैं. मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए दीपावली के अवसर पर कई तरह के वैदिक अनुष्ठान से लेकर टोना-टोटका, तांत्रिक साधनाएं और मंत्र जाप आदि के उपाए बताए गए हैं. इन्हीं में फेंगशुई, ज्योतिषीय और वास्तु शास्त्र के उपाय भी हैं.
ऐसे में कछुआ के नाखूनों, पैर, गर्दन और दांत के साथ की जाने वाली तंत्र साधनाएं धन प्राप्ति के लिए अचूक साबित होती हैं. जो धनतेरस के दिन से दीपावली की रात्री तक किए जाते हैं. तांत्रिकों के अनुसार कछुए के उन अंगों को धन रखने की जगह रखने से समृद्धि आती है. आठ, 12, 18 और 20 नाखून वाले कछुए से तांत्रिक साधना को महत्वपूर्ण माना गया है. इनमें 20 नख वाला कछुआ दैवीय शक्ति का प्रतीक माना गया है.
जानें सनातन धर्म में कछुए का महत्व
सनातन धर्म के अनुसार कछुए को शुभ माना गया है. ऐसी मान्यता सदियों से चली आ रही है कि घर में कछुआ रखने से आर्थिक उन्नति होती है और घर सकारात्मक ऊर्जा से संचारित रहता है. इससे घर के सदस्यों की सेहत अच्छी रहती है और सुखद माहौल बना रहता है. सैंकड़ों सालों तक जीवित रहने वाला कछुआ की कृपा दृष्टि परिवार के कई पीढ़ियों पर बनी रहती है.
क्या है कछुए की विशेष बातें
एक जमाने में कछुआ घर का एक पालतू जीव हुआ करता था, लेकिन इसकी दुर्लभता के कारण कुछ पाबंदियों के चलते अब इसकी जगह धातु या स्फटिक के छोटे-छोटे कछुए ने ली है. आइए जानते हैं इससे संबंधित कुछ विशेष बातें:-
- धन प्राप्ति के सूचक कछुए से धन संबंधी परेशानी को दूर किया जा सकता है. इसके लिए वास्तु और फेंगशुई के अनुसार कार्यस्थल या तिजोरी में पर क्रिस्टल कछुए को रखना चाहिए.
- ज्योतिष के अनुसार आर्थिक परेशानी व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों के अशुभ प्रभाव के कारण आती है. क्रिस्टल या धातु का कछुआ इसे दूर कर देता है और समास्याओं से ग्रसित अस्त-व्यस्त जीवनशैली को दुरूस्त बना देता है.
- कछुए को किसी भी शुभ दिन घर में रखा जा सकता है, लेकिन गुरुवार का दिन सबसे श्रेष्ठ दिन माना गया है. कारण को भगवान विष्णु के एक अवतारों में से एक अवतार कछुआ का भी था. गुरुवार भगवान विष्णु का दिन होता है. इस कारण इस दिन उत्तर दिशा की ओर मुंह कर घर या आफिस में कछुआ रखने से दुगुने परिणाम मिलते हैं.
- यदि जन्म कुंडली के अनुसार चंद्रमा अशुभ प्रभाव दे रहा हो तब कछुआ के लिए आटे की गोलियां बनाकर उसके पाए जाने वाले नदी या तालाब में डालें.
- कछुए को किसी कांच की कटोरी में रखें और उसमें थोड़ा पानी डाल दें. मुंह घर के अंदर की ओर होना चाहिए इसके विभिन्न आकार-प्रकार और रंग पर भी ध्यान देना चाहिए.
- यदि आप कोई नया कारोबार शुरू किया है या नई दुकान खोली है तो चांदी का कछुआ रखना अच्छा होता है. इनसे किसी की बुरी नजर नहीं लगती है.
- शांत और मंदगति से चलने वाले कछुए के प्रतीक को हमेशा ड्राइंग रूम में रखें और इसे कभी भी बेडरूम में नहीं रखें.
- घर की शोभा बढ़ाने के लिए कभी भी दो कछुआ एक साथ नहीं रखना चाहिए.
कछुए से दूर होता है घर का वस्तुदोष
यदि घर का वास्तु दोष ठीक हो तो पैसे की कमी भी दूर हो जाती है. रूका हुआ पैसा मिलने लगता है और कारोबार में भी उन्नति होती है. यदि आपका घर का कोई दरवाजा, रसोई या बाथरूम सही जगह नहीं हो, तो उसे तोड़ने के बजाय उनपर कछुए का निशान बना देने से वास्तु दोष ठीक किया जा सकता है.
कछुए का चित्र इस तरह बनाएं जिसका मुख नीचे जमीन की ओर हो और पूंछ ऊपर की ओर दिखे. इसे शाम को गोधुली की बेला में कछुए के रंग या फिर रक्त चंदन, कुमकुम या केसर से बनाएं. बनाने के बाद ओम कूर्मासनाय नमः का उच्चारण भी करते रहें. कछुए को धूप दीप दिखाकर उसपर गंगाजल का छिड़काव करें. इसके अतिरिक्त एक अन्य मंत्र ओम ह्रीं कूर्माय वास्तु पुरुषाय स्वाहाः!! का नित्य प्रातः पूजा के समय भी करें.
कछुआ तंत्र विधि पूजा के दौरान जाप किया जाने वाला मंत्र इस प्रकार हैः-
ऊँ सोहम आकाश डिब्बी पाताल काटी, धरती का चूल्हा करूं आकाश को ड़ाया!
नवनाथ सिद्ध होने बैठकर भंडार किया ,चढ़े डिब्बे उतरे ऋद्धि-सिद्धि!
काली-पीली सिर जटा माई पार्वती का उपदेश, शिव मुख आवे शक्ति मुख जावे!
शिव मुख जावे हाथ खड़क तूतन की माला, जाप जपे श्री सूर्या वाला!
ऋद्धि पूरे हर घृत पुरे गणेश, अलील पुरे ब्रह्मा माया पूरे महाकाली!
हीरा पूरे हिंगलाज नवखंड में जोत जगाई, ऋद्धि लावो भंडारी माई!
ऋद्धि खुटे सदाशिव का जड़ाव टुटे, ऋद्धि खुटे माता सीता सतवंती का सत्य छुटे!
ऋद्धि खूटे माता पार्वती का कंगन टूटे, ऋद्धि खुटे मान धन का मान टूटे!
चंद्र सूर्य देव लाखी इतना कुबेर भंडार गायत्री जाप संपूर्ण भया!