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सिमडेगा/डेस्क: सिमडेगा के गरजा पंचायत में एक नाबालिग बच्ची की शादी की गुप्त सूचना मिलने के बाद छोटानागपुर कल्याण निकेतन, बाल कल्याण समिति, चाइल्ड हेल्पलाइन और सिमडेगा पुलिस की संयुक्त टीम ने मुहिम चलाकर नाबालिक का विवाह को रोका और बच्ची को सुरक्षित रेस्क्यू किया.
बताया गया कि बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष को नाबालिक के विवाह की सूचना मिली. जिसके बाद उन्होंने उपायुक्त कंचन सिंह और प्रखंड विकास पदाधिकारी समीर रानियर खलखो से इस संबंध में बातचीत की. अधिकारियों ने तत्परता दिखाते हुए थाना से संपर्क कर पुलिस बल की व्यवस्था करवाई. इसके बाद टीम ने घनघोर जंगल और रात के अंधेरे की परवाह न करते हुए गांव में पहुंचकर कार्रवाई शुरू की. जब टीम विवाह स्थल पर पहुँची तो वहाँ भीड़ जमा थी, हल्दी और बारात की तैयारी चल रही थी. पुलिस बल को देखकर वहां अजीब सी सनसनी फैल गई.
टीम ने अनुभवपूर्वक घर के परिसर में प्रवेश कर लड़की और उसके परिजनों से बातचीत की. दस्तावेजों की जांच के बाद लड़की के नाबालिग होने की पुष्टि हुई. टीम ने परिजनों को सम्मानपूर्वक समझाते हुए, बाल विवाह के कानूनी परिणामों की जानकारी दी और बिना कोई तनाव उत्पन्न किए भारी भीड़ के सामने बच्ची को रेस्क्यू किया. इसके पश्चात, बाल कल्याण समिति के निर्देशानुसार बच्ची को बालिका गृह में सुरक्षित रूप से रखा गया.
इस अभियान में छोटानागपुर कल्याण निकेतन की सचिव प्रियंका सिन्हा, बाल कल्याण समिति से अभिषेक सर, चाइल्ड हेल्पलाइन से सदानंद और अमित दुबे, पुलिस बल, और अन्य कर्मियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इस अभियान को सफल बनाने में उपायुक्त कंचन सिंह, पुलिस अधीक्षक मो अर्शी , बीडीओ सिमडेगा, और सिमडेगा थाना पदाधिकारी का मार्गदर्शन और सहयोग अत्यंत सराहनीय रहा.
यह कार्रवाई सिमडेगा जिले में बाल विवाह के खिलाफ लड़ाई का एक प्रेरणादायक उदाहरण है और यह संदेश देती है कि जब सभी विभाग मिलकर काम करें, तो समाज से किसी भी बुराई को मिटाया जा सकता है.