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रांची/डेस्क: झारखंड शराब घोटाले मामले में एसीबी की टीम जांच कर रही हैं. हैबिसी फेहरिस्त में आज एसीबी की टीम उत्पाद विभाग पहुंची और कागजातों को खंगालने का काम किया. वही कई दस्तावेज को भी एसीबी की टीम अपने साथ ले गई. एसीबी के अधिकारी उत्पाद विभाग के विभिन्न कार्यालयों में जांच कर दस्तावेजों को खंगाल रही हैं.
बता दें कि अबतक इस मामले में 06 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है जिसमें वरीय आईएएस विनय चौबे, पूर्व उत्पाद आयुक्त अमित प्रकाश,संयुक्त उत्पाद आयुक्त गजेंद्र सिंह, पूर्व जीएम फाइनेंस सुधीर कुमार, जीएम फाइनेंस सुधीर कुमार दास और मैनपावर एजेंसी के नीरज सिंह शामिल है। एसीबी की जांच में शराब घोटाले मामले में अबतक 100 करोड़ से ऊपर की रकम की गड़बड़ी पाई गई है.
फर्जी बैंक गारंटी पर कार्य आवंटित किए जाने के भी साक्ष्य मिले है. वही 30 से ज्यादा लोगों को समन भेजा गया है. वही शराब घोटाले मामले में एसीबी के समन की अनदेखी करने के आरोप में acb के द्वारा व्यवसाई विनय सिंह और सिद्धार्थ सिंघानिया के खिलाफ वारंट लिया गया है तो इसके साथ ही गुजरात की विजन हॉस्पिटैलिटी सर्विस एंड कंसलटेंट्स जुड़े बिपिन जाधवभाई परमार,महेश शेडगे, परेश अभेसिंह ठाकोर और विक्रमसिंह अभिसिंह ठाकोर के खिलाफ वारंट की मांग न्यायालय से की गई है. इसके साथ ही मार्शन इनोवेटिव सिक्युरिटी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े जगन तुकाराम देसाई, कमल जगन देसाई और शीतल जगन देसाई के खिलाफ भी कोर्ट में वारंट के लिए एसीबी ने आवेदन दिया है.