किशोर कुमार जायसवाल/न्यूज़11 भारत
गुमला/डेस्क: झारखंड सरकार के मुख्यमंत्री, मंत्री और टीएसी के सदस्यों की बैठक में झारखंड उत्पाद नियमावली 2025 के गठन पर आदिवासी नेता देवेंद्र लाल उरांव ने हेमंत सोरेन के शराब नीति का विरोध करते हुए कहा कि सरकार मॉडल स्कूल अस्पताल खोलती तो जनता व क्षेत्र का विकास होता लेकिन सरकार मॉडल शराब दुकान खोल कर लोगों को मॉडल शराबी बनाने के लिए कार्य कर रही हैं. यह सरकार के विकास की नीति नहीं विनाश की नीति हैं. आदिवासी क्षेत्र में शराब की दुकान बार खोलकर आदिवासियों को पूरी तरह बर्बाद करने का षड्यंत्र रचा जा रहा हैं. पहले से ही आदिवासी समाज हड़िया दारु के जंजाल में फंस कर बर्बाद हो रहा हैं. आगे सरकार पूरा बर्बाद कर के रख देगी.वही पाबिया गांव के अमीन उरांव ने कहा के हमारे गांव में शराब को बंद कर चुके है और सरकार हमारे गांव पंचायत में शराब की दुकान खोलेगी हम ग्रामीण खोलने नहीं देंगे विरोध किया जाएगा.
सुरेंद्र टाना भगत ने कहा हम लोग नशा मुक्त गाँव बनाने में लगे हैं. सरकार सभी आदिवासी को शराबी बना कर उनका सब कुछ लुटवाने का काम कर रही हैं. मौके पर राजू उरांव, राजबेल उरांव, महेंद्र उरांव, भैयाराम उरांव, शनि उरांव, सुमति देवी, संजय उरांव, सुषमा कुमारी, कार्तिक राजेश दास, कृष्णा टाना भगत, अर्जुन भगत, भौवा उरांव, लालू उरांव, शाहिद आने लोगों ने सरकार की गलत नीति का विरोध किया हैं.