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रांडी/डेस्कः कोयलरी इलाके में अक्सर कभी चाल धंसने की तो कभी जमीन के अंदर से आग उगलने की खबर सामने आते रहती है इन हादसों की वजह से कई बार लोगों को क्षति पहुंचती है. अब फिर से ऐसी ही एक खबर बोकारो के बेरमो से सामने आई है. जहां अचानक जमीन के अंदर एक सुरंग बन गई और उससे आग की लपटें बाहर निकलने लगी. जिससे आसपास के लोगों में दहशत का माहौल छा गया है. दरअसल यह पूरा मामल बेरमो के सीसीएल कथारा क्षेत्र के कथारा कोलियरी से सटे झिरकी गांव का है यहां से करीब 50 मीटर की दूरी पर आज (गुरूवार) को जमीन के अंदर आग लगी जिसकी वजह से एक गोफ (सुरंग) बन गया. जिससे वहां पर जहरीले धुएं के साथ आग की लपटें निकला रही है. अचानक बने गोफ और उससे निकल रहे जहरीले धुएं के साथ आग की लपटें देखकर ग्रामीणों के बीच अफरा-तफरी का माहौल है.

क्षेत्र में धधकते हुए आग के शोले का गोफ देखने के बाद ग्रामीण इलाकों में लोगों सभी हैरान हो गए है और सभी सहमे हुए है. क्योंकि जिस जगह पर यह गोफ बना है उस से सटा हुआ एक बस्ती झिरकी बस्ती है जिसकी आबादी हजारों में है. इस घटना की वजह से ग्रामीण आक्रोशित हो गए है उन्होंने सीसीएल प्रबंधन पर अनदेखी और लापरवाही का आरोप लगाया हैं गांव के एक व्यक्ति ने कहा कि सीसीएल कथारा प्रबंधन उक्त मामले में गंभीरता नहीं दिखा रही है. आगे उन्होंने सीसीएल प्रबंधन के आलाधिकारी से आग्रह किया कि झिरकी को झरिया न बनने दें. आग और जहरीली गैस रिसाव पर सकारात्मक रूप से कार्य करने की अति शीघ्र आवश्यकता है. उन्होंने झिरकी बस्ती को जल्द शिफ्ट कराने की मांग की है.

जानकारी के बाद मौके पर पहुंचे पीओ दुर्गेश कुमार सिन्हा ने गोफ को ब्लेंकेटिंग कर ढकने की बात कही है उन्होंने ग्रामीण एवं जनप्रतिनिधियों को आग पर काबू पाने की दिशा में हर संभव प्रयास का भरोसा दिया. और लापरवाही की बातों पर उन्होंने कहा कि कोई लापरवाही नहीं बरती जा रही साथ ही शिफ्टिंग की सवालों के जवाब में उन्होंने बताया कि शिफ्टिंग की प्रक्रिया चल रही है सम्भवतः जल्द आरंभ कि जायेगी. बता दें, जमीन के नीचे लगी आग और जहरीली गैस रिसाव का यह मामला सीसीएल कथारा कोलियरी क्षेत्र के लिए कोई नया नहीं है. बल्कि कई वर्ष से उक्त माइंस के कोयला फेस में भीषण आग लगी हुई है. जिसको लेकर ग्रामीणों, पंचायत यूनियन एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा प्रबंधन को आग पर पूरी तरह से काबू पाने को लेकर पत्राचार किया गया लेकिन पूरी तरह से आज तक आग पर काबू नहीं पाया गया.