संतोष श्रीवास्तव/न्यूज़ 11भारत
पलामू /डेस्क: पलामू उपायुक्त समीरा एस० ने कहा कि मादक पदार्थों का सेवन गलत कार्य है. जानकारी के बावजूद लोग इसके आगोश में आ रहे हैं. दूसरे की देखा-देखी में लोग मादक पदार्थो/नशा का सेवन करने की ओर कदम बढ़ा रहे हैं. देखते-ही-ही देखते नशे की आदि हो जाते हैं, जिससे बाहर निकलना बहुत ही मुश्किल होता है. नशे की लत से स्वयं के स्वास्थ्य के साथ-साथ परिवार एवं समाज पर प्रतिकूल असर पड़ता है. ऐसे में सभी को नशे की लत से बचने की आवश्यकता है.उपायुक्त निषिद्ध मादक पदार्थों के विरूद्ध चल रहे राज्यव्यापी जागरूकता अभियान एवं विश्व मादक पदार्थ निषेध दिवस के अवसर पर आज पलामू में आयोजित मैराथन दौड़ को हरी झंडी दिखाकर रवाना कर रहीं थी.
उपायुक्त ने कहा कि जैसा अपने आसपास के लोग करते हैं. वैसा ही प्रभाव लोगों पर पड़ता है. ऐसे में सभी की जिम्मेवारी है कि लोगों को नशा मुक्ति के लिए प्रेरित करें. उन्होंने कहा कि मादक द्रव्यों की सेवन से कोई बड़ा व्यक्ति नहीं बनता है. उन्होंने मादक द्रव्यों का सेवन नही करनेकी अपील सभी से की.
पलामू की पुलिस अधीक्षक रीष्मा रमेशन ने नशा मुक्ति अभियान के तहत मैराथन दौड़ की समाप्ति के अवसर पर स्थानीय पुलिस लाइन स्टेडियम में आयोजित सभा में मैराथन दौड़ में शामिल सभी पदाधिकारी, कर्मी, मीडिया प्रतिनिधि एवं आमलोगों को धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि निषिद्ध मादक पदार्थों के सेवन के विरूद्ध अभियान चलाया जा रहा है. नशा मुक्ति का अभियान हमेशा जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि समाज में यह संदेश फैलना चाहिए कि युवा एवं समाज के अन्य व्यक्ति नशा का सेवन नहीं करें. उन्होंने कहा कि नशे की सेवन से व्यक्ति के स्वास्थ्य व परिवार पर बुरा प्रभाव पड़ता है. साथ ही एक बार नशा की आदत बन जाने से निकालना बहुत ही मुश्किल होता है. उन्होंने पलामू में अवैध तरीके से अफीम की खेती होने पर भी प्रकाश डालते हुए कहा कि पलामू के कुछ प्रखंडों में अफीम की खेती होने की शिकायत मिलते रही है, जिसे पुलिस द्वारा नष्ट करने की लगातार कार्रवाई की जाते रही है. उन्होंने सभी से अपील किया कि अफीम की खेती नहीं करें. इससे उनके ही समाज एवं परिवार पर गलत प्रभाव पड़ता है.
हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
समाहरणालय से पुलिस लाइन के लिए आयोजित मैराथन दौड़ को पलामू उपायुक्त समीरा एस० एवं पुलिस अधीक्षक रीष्मा रमेशन समाहरणालय भवन परिसर से संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. मैराथन दौड़ में स्वयं भी शामिल हुए. मैराथन दौड़ शहीद चौक, छ: मुहान, अस्पताल चौक, भारत माता चौक (साहित्य समाज चौक) होते हुए पुलिस लाइन पहुंचकर सभा में तब्दील हो गई. सभा में नशा मुक्ति के दुष्प्रभाव से बचने हेतु सभी को मार्गदर्शन किया गया.
नशा मुक्ति की शपथ दिलाई गई
निषिद्ध मादक पदार्थों के विरुद्ध चल रहे जागरूकता अभियान के तहत मैराथन दौड़ शुरू होने के पूर्व समाहरणालय भवन में उपायुक्त ने सभी उपस्थितों को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई. सभी से देश की चुनौती को स्वीकार करते हुए आज नशा मुक्त प्रदेश अभियान के अन्तर्गत एकजुट होकर न केवल स्वयं को बल्कि समुदाय, परिवार, मित्र को भी नशा मुक्त कराने, अपने प्रदेश को नशा मुक्त करने के लिए अपनी क्षमता के अनुसार हर सम्भव प्रयास करने की शपथ दिलाई.
प्रतिभागियों को किया गया पुरस्कृत
मैराथन दौड़ में शामिल प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया. पुलिस लाइन स्टेडियम में आयोजित सभा के दौरान उपायुक्त समीरा एस० एवं पुलिस अधीक्षक रीष्मा रमेशन ने शिल्ड एवं प्रशस्तिपत्र प्रदान कर पुरस्कृत किया. जिन प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया, उनमें बालक वर्ग में प्रथम रहे बाबूलाल चौधरी, द्वितीय कुंदन कुमार एवं तृतीय मुकेश कुमार शामिल हैं. वहीं बालिका वर्ग में पूजा कुमारी प्रथम, रूपाली यादव द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रहे अंशु कुमारी को पुरस्कृत किया गया.
10 जून से शुरू है अभियान
निषिद्ध मादक पदार्थों के विरूद्ध 10 जून से जागरूकता अभियान शुरू है. पलामू उपायुक्त समीरा एस० के निदेशानुसार तिथिवार जारी कार्ययोजना के अनुसार जिले में विभिन्न कार्यक्रमों एवं गतिविधियों का आयोजन अभियान के दौरान किया गया. इसके तहत आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका द्वारा कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. वहीं माध्यमिक/उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. साथ ही विभिन्न पंचायतों के गांवों में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के एलईडी वैन के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया. अभियान के अंतिम दिन भी कई कार्यक्रम एवं गतिविधियों का आयोजन किया गया.