अरुण कुमार यादव/न्यूज 11 भारत
गढ़वा/डेस्क: गढ़वा जिले में बालू की किल्ल्त से गरीबों के चलाई जा रही सरकार की महत्वाकांक्षी योजना अबुआ आवास एवं पीएम आवास अधूरा पड़ी हुई है!प्रधानमंत्री मंत्री आवास हो या अबुआ आवास हो सरकार तो वैसे जरूरतमंद गरीब व्यक्ति को छत मुहैया कराने के लिए योजना चला रही है ताकी कोई भी असहाय गरीबों को रहने में कोई परेशानी न हो लेकिन आवास योजना को पूर्ण करने के लिए फाउंडेशन से लेकर छत की ढलाई तक अगर कोई मटेरियल की जरूरत होती है तो उसमे महत्वपूर्ण जरूरत बालू की होती है लेकिन आज स्थिति ऐसी उतपन्न हो गई की लोग फाउंडेशन करके बालू का आस देख रहें हैं की कैसे बालू की व्यवस्था की जाए वहीं चोरी छिपे बालू की अवैध ढुलाई कर रहे बालू माफिया अगर नदी से बालू लाते भी हैं तो 4500 से लेकर 5000 तक के कालाबाजारी वाली रेट में देने की बात करतें हैं इस स्थिति में वैसे गरीब के ऊपर आफत आ गई जिन्हे आवास योजना तो मिल गई है लेकिन समय से पूरा नहीं करने पर प्राथमिकी दर्ज करने की नोटिस भी दिया जा रहा है, इस स्थिति में आवास योजना के लाभुक बालू को लेकर हैरान परेशान हैं की आवास को पूरा कैसे करें,वहीं लाभुक का कहना है की बालू मिल ही नहीं रहा हैं तो कैसे आवास को पूरा करें ऐसे में सरकार को न चाहिए की बालू लीगल रूप से मुहैया कराएं ताकी समय से पूरा हो, क्या करें अब केश करने की चेतावनी भी दी जा रही है बालू ही नहीं मिल रहा है तो कैसे बनाएं!ऐसे में सवाल उठता है की क्या सरकार के द्वारा महत्वाकांक्षी योजना में गरीबों को कब तक बालू के लिए भटकना पड़ेगा,और जब सामर्थ लोग को बालू की जरूरत होती है तो बालू माफिया के द्वारा महंगी रेट भी सस्ता लगता है वैसे लोगों को तो बालू आसानी से मुहैया हो जा रहा है लेकिन गरीब असहाय कहाँ जाए, ऐसे में थाना में प्रशासन के द्वारा आवास पूरा नहीं करने वाले लाभुकों पर केश करने की चेतावनी भी दी जा रही है!
यह भी पढ़ें: ससुराल आ रहे युवक की सड़क हादसे में मौत, भाई घायल, पांच बच्चों के पिता बिपिन दास ने तोड़ा दम