सरफराज कुरैशी/न्यूज 11 भारत
रांचीः राजधानी के कांके स्थित वन स्टॉप सेंटर फॉर वूमेन (सखी) में पीड़ित महिलाओं को अब तत्काल मदद मिलेगी. अभी तक प्रतिनियुक्ति के सहारे संचालित होने वाले इस सेंटर में पहली बार सभी पदों पर नियुक्ति हो रही है. संविदा के आधार पर होने वाली इस नियुक्ति से 24 घंटे में पीड़ित महिलाओं को एक ही छत के नीचे पुलिस सहायता, कानूनी सहायता एवं परामर्श, चिकित्सा सहायता से लेकर अस्थायी आश्रय भी मिलेगा. अभी तक किसी तरह से पीड़िता को मदद उपलब्ध कराई जा रही थी, लेकिन नियुक्ति होने के बाद पीड़िताओं को और तेजी से मदद उपलब्ध कराई जाएगी. इस संबंध में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्वेता भारती ने बताया कि सेंटर का संचालन हो रहा है, लेकिन प्रतिनियुक्ति के सहारे चल रहा. अब सभी पदों पर अनुबंध के आधार पर नियुक्ति हो जाने से पीड़िताओं को और अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकेंगी.
इन पदों पर हो रही है बहाली
केंद्र प्रशासक- 01 पद, केस वर्कर-03 पद, परामर्शदाता- 01 पद, इनफोर्मेशन टेक्नोलॉजी वर्कर- 01 पद, बहु उद्देश्य सहायक- 03 पद, सिक्योरिटी गार्ड- 03 पद
29 सितंबर को आवेदकों के प्रमाण पत्रों की होगी जांच
वन स्टॉप सेंटर में बहाली के लिए 25 मार्च को ही आवेदन जिला समाज कल्याण शाखा की ओर से आमंत्रित किया गया था. स्क्रूटनी के बाद अब 29 सितंबर को आवेदकों के मूल प्रमाण पत्रों का सत्यापन किया जाएगा. इसके लिए डीसी छवि रंजन व डीएसडब्ल्यूओ श्वेता भारती की ओर से सभी आवेदकों से कहा गया है कि वे समाहरणालय के B-Block स्थित कमरा संख्या- 505 में सुबह 11.00 बजे अपने प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराने के लिए उपस्थित रहें.
इनफोर्मेशन टेक्नोलॉजी वर्कर पद के लिए सबसे अधिक आवेदन
सखी-वन स्टॉप सेंटर के 6 पदों में से चार महिला के लिए रिजर्व रखा गया है. जबकि, सिक्योरिटी गार्ड और इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी वर्कर पद पर महिला व पुरुष दोनों आवेदन कर सकते थे. ऐसे में स्क्रूटनी के बाद सबसे अधिक 53 आवेदन इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी वर्कर पद के लिए पाए गए. वहीं, केंद्र प्रशासक के लिए 11, केस वर्कर के लिए 9, परामर्शदाता के लिए 9, बहु उद्देश्य सहायक के लिए 17 और सिक्योरिटी गार्ड के लिए 14 आवेदकों के आवेदन सही पाए गए हैं.
देश का तीसरा सेंटर है रांची में
हिंसा पीड़ित और प्रताड़ित महिलाओं को मदद उपलब्ध कराने के लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से वन स्टॉप सेंटर योजना संचालित है. वर्ष 2016 में छत्तीसगढ़ और नोएडा के बाद रांची के कांके में देश का तीसरा वन स्टॉप सेंटर-सखी का संचालन शुरू हुआ. रिनपास परिसर में संचालित इस सेंटर का संचालन रिनपास के द्वारा ही किया जा रहा था. फिर बाद वर्ष 2020 से समाज कल्याण विभाग अपने स्तर से इसे संचालित कर रहा है. अब तक 160 से अधिक पीड़िता को इस सेंटर से मदद मिल चुका है.
क्या है उद्देश्य
सेंटर का उद्देश्य शारीरिक, मानसिक, घरेलू हिंसा, दहेज प्रताडना, यौन प्रताडऩा, दुष्कर्म, ट्रैफिकिंग की शिकार महिलाओं को मनोवैज्ञानिक, शारीरिक और चिकित्सकीय सहायता देना है. यहां जरूरत पड़ने पर पांच दिनों का अस्थायी शेल्टर पीड़िता को दिया जाता है. इसके बाद नारी निकेतन, स्वाधार या उज्जवला में पीड़िता को रखा जाता है.