न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है, जहां Karhal Community Health Center (CHC) में तैनात एक नर्स की लापरवाही के चलते एक नवजात शिशु की मौत हो गई. परिजनों का यह आरोप है कि नर्स ने प्रसव के बाद 5100 रुपये नेग की मांग की, जो समय पर पूरा न होने पर नवजात को 40 मिनट तक मेज पर लिटाकर छोड़ दिया. पैसे की व्यवस्था होने के बाद जब बच्चा उन्हें सौंपा गया, तब तक उसकी हालत गंभीर हो चुकी थी. उसे तुरंत Saifai Medical College रेफर किया गया लेकिन वहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
नर्स की लापरवाही और पैसे की मांग
यह घटना 18 सितंबर 2024 की है, जब मैनपुरी के कुर्रा थाना क्षेत्र के ओन्हा पतारा गांव निवासी सुजीत कुमार अपनी पत्नी संजली को प्रसव पीड़ा होने पर करहल सीएचसी लेकर पहुंचे थे. सुजीत ने बताया कि नर्स ज्योति और स्टाफ के अन्य कर्मचारियों ने संजली को बड़ी मुश्किल से भर्ती किया और इलाज में लापरवाही बरती. अगले दिन संजली ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया लेकिन नर्स ज्योति ने 5100 रुपये नेग के रूप में मांगे.
परिजनों का कहना है कि जब वह नर्स की मांग पूरी नहीं कर पाए, तो नर्स ने नवजात को कपड़े में लपेटकर मेज पर रख दिया और उसे परिजनों को नहीं सौंपा. इस दौरान लगभग 40 मिनट तक बच्चा वहीं पड़ा रहा. सुजीत ने दोस्तों से उधार लेकर 5100 रुपये का इंतजाम किया और नर्स को दिए, जिसके बाद उन्हें बच्चा सौंपा गया.
नवजात की बिगड़ती हालत और मौत
जब नर्स ने बच्चे को परिजनों को दिया, तब तक उसकी हालत बिगड़ चुकी थी. आनन-फानन में बच्चे को Saifai Medical College रेफर किया गया लेकिन जब वह वहां पहुंचे, तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. Saifai Medical College के डॉक्टरों की रिपोर्ट के अनुसार, प्रसव के दौरान उचित देखभाल न होने की वजह से बच्चे की हालत गंभीर हो गई थी, जिससे उसकी मौत हो गई.
परिजनों का हंगामा और जांच कमेटी का गठन
नवजात की मौत की खबर सुनकर परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया. मामले की गंभीरता को देखते हुए मैनपुरी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. आरसी गुप्ता ने घटना की जांच के लिए एक कमेटी का गठन कर दिया हैं. उन्होंने कहा कि कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य विभाग को पत्र
सुजीत कुमार ने इस संबंध में मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, और स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिखकर मामले की शिकायत की हैं. उन्होंने पत्र के साथ Saifai Medical College के डॉक्टरों की रिपोर्ट भी संलग्न की है, जिसमें नवजात की मौत के लिए प्रसव के दौरान लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया गया हैं. परिजनों ने नर्स और स्टाफ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की हैं. इस मामले में आशा कर्मी की भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही हैं.
प्रशासन की प्रतिक्रिया
सीएमओ डॉ. आरसी गुप्ता ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कमेटी द्वारा जांच पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इस घटना ने सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल खड़े कर दिए है और लोगों में भारी रोष हैं.