न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: आजकल साइबर ठगों ने ठगी का नया-नया तरीका अपना रहे है. जालसाज डीसी के नाम और फोटो का उपयोग कर विश्वसनीयता बनाने का प्रयास कर रहे हैं और वे मंईयां सम्मान योजना के लाभुकों को मैसेज भेजकर दावा करते हैं कि राशि ट्रांसफर करने के लिए बैंक डिटेल्स या OTP की जरूरत हैं. एक बार जानकारी साझा करने पर ठग बैंक खातों से पैसे निकाल लेते हैं. ऐसे फर्जी मैसेज में अक्सर लुभावने ऑफर या तत्काल कार्रवाई की धमकी दी जाती है. साइबर फ्रॉड चंद मिनट में आपका अकाउंट खाली कर सकते हैं. अगर आपको भी इनके चंगुल से बचाना है, तो इस खबर को ध्यान से पढ़ें.
दरअसल, पश्चिमी सिंहभूम जिला प्रशासन ने हाल ही में जनता को सतर्क रहने के लिए एक साइबर ठगी की कोशिश का खुलासा किया है. प्रशासन के अनुसार, एक जालसाज ने जिला उपायुक्त चंदन कुमार के नाम से एक फर्जी व्हाट्सएप अकाउंट बनाया है, जो 8002825608 नंबर से चलाया जा रहा है. इस अकाउंट के जरिए जालसाज मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के लाभुकों से उनके पेमेंट डिटेल्स और बैंक जानकारी मांग रहा है. प्रशासन ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे इस प्रकार के संदेशों पर विश्वास न करें और अपनी व्यक्तिगत जानकारी किसी भी अनजान व्यक्ति को न दें. अगर किसी को इस नंबर से संदेश प्राप्त होते हैं, तो उन्हें तुरंत संबंधित अधिकारियों को सूचित करना चाहिए. लोगों को जागरूक रहना चाहिए ताकि साइबर अपराधियों से बचा जा सके और उनके द्वारा उत्पन्न की गई समस्याओं से दूर रह सकें.
बता दें कि जिला प्रशासन ने जानकारी देते हुए स्पष्ट किया है कि वह कभी भी व्हाट्सएप, फोन कॉल या किसी अनधिकृत तरीके से आपकी व्यक्तिगत या बैंक संबंधी जानकारी नहीं मांगता है. हाल ही में कुछ फर्जी अकाउंट सामने आए हैं, जो पूरी तरह से साइबर ठगी का हिस्सा हैं. इनका मकसद लोगों के बैंक खातों से अवैध रूप से पैसे निकालना है. उपायुक्त चंदन कुमार ने लोगों से अपील की है कि वे ऐसे मैसेज या कॉल्स पर भरोसा न करें. उन्होंने कहा कि यह एक सुनियोजित धोखाधड़ी है, जिससे बचना बहुत ज़रूरी है. यदि आपको किसी भी तरह का संदेह हो, तो तुरंत अपने बैंक से संपर्क करें और ऐसी घटनाओं को रिपोर्ट करें.
जानिए कैसे बच सकते हैं आप
उन्होंने आम लोगों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध नंबर, खासकर 8002825608, से आने वाले मैसेज या कॉल का जवाब न दें. यह जरूरी है कि हम अपनी बैंक डिटेल्स, ओटीपी, आधार नंबर या अन्य व्यक्तिगत जानकारी किसी के साथ साझा न करें. यदि किसी को इस नंबर से कॉल आता है या मैसेज मिलता है, तो तुरंत अपने नजदीकी पुलिस थाने या साइबर सेल को सूचित करना चाहिए. इससे न सिर्फ आपकी जानकारी सुरक्षित रहेगी, बल्कि अन्य लोग भी सुरक्षित रह सकेंगे. आप साइबर क्राइम की शिकायत के लिए राष्ट्रीय साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर भी कॉल कर सकते हैं.