न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: हिमाचल प्रदेश एक बार फिर प्राकृतिक आपदा की चपेट में आ गया हैं. बुधवार को कांगड़ा और कुल्लू जिलों में बादल फटने की घटनाओं ने तबाही मचा दी. मूसलाधार बारिश और नदियों के उफान ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया हैं. कांगड़ा के खनियारा गांव में बाढ़ के कारण 2 लोगों की मौत हो गई जबकि 7 से 10 लोग अब तभी लापता हैं. कांगड़ा के खनियारा गांव में अचानक पानी के तेज बहाव ने तबाही मचा दी. मणुणी खड्ड में बहाव इतना तेज था कि काम कर रहे मजदूर इसकी चपेट में आ गए. प्रशासन ने अब तक दो शव बरामद किए है और रेस्क्यू ऑपरेशन तेजी से चल रहा हैं.
घटना के वक्त इलाके में एक पावर प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य चल रहा था, जहां कई मजदूर मौजूद थे तभी बदल फटा और मूसलाधार बारिश ने देखते ही देखते पूरा क्षेत्र जलमग्न कर दिया. मुख्यमंत्री कार्यालय और जिला प्रशासन ने इस स्थिति को तेजी से आपदा की ओर बढ़ती बताया हैं. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस राहत एवं बचाव में जुटी हैं. खनियारा गांव में तैनात टीमें लगातार लापता लोगों की तलाश कर रही हैं.
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस त्रासदी पर गहरा शोक व्यक्त किया.
कुल्लू में भी बादल फटा, मंडी में अलर्ट
इस हादसे से कुछ घंटे पहले ही कुल्लू के सैंज घाटी में बादल फटने की घटना हुई थी. इसके बाद मंडी जिला प्रशासन ने ब्यास नदी किनारे रहने वाले नागरिकों और पर्यटकों को सतर्क रहने की चेतावनी दी हैं. पन्होह डैम से पानी छोड़ा गया, जिससे नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ सकता हैं.