झारखंडPosted at: अप्रैल 30, 2025 इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मिलेट्स रिसर्च संस्थान में कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने की बैठक
कहा-झारखंड में मोटे अनाज को बढ़ावा देने पर होगा जोर

न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: कृषि , पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने हैदराबाद दौरा के अंतिम दिन मोटे अनाज की देश भर में बढ़ती मांग और खोज को लेकर अधिकारियों संग बैठक की . हैदराबाद के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मिल्लेट्स रिसर्च संस्थान में मोटे अनाज पर किए जा रहे अनुसंधान से मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की काफी प्रभावित नजर आई . वर्तमान में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मिल्लेट्स रिसर्च संस्थान बाजार की मांग के अनुरूप हर तरह के खाद्य पदार्थ को तैयार करने में जुटी है . चाहे वो बच्चों के खाने वाली बिस्किट की बात करें या दूसरे नमकीन प्रोडक्ट और फास्ट फूड की . मोटा अनाज में भरपूर मात्रा में पाए जाने वाले पोषण तत्व की वजह से आम लोगों के बीच इसकी मांग बढ़ती जा रही है . मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने संस्थान द्वारा तैयार किए जा रहे ऐसे तमाम उत्पाद को देखा और इसकी जानकारी ली . पौष्टिक आहार में मोटे अनाज के सेवन से बेहतर स्वास्थ्य की परिकल्पना आसान है . मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा है कि राज्य में मोटे अनाज को बढ़ावा देने के लिए FPO को सशक्त बनाने की योजना है . FPO के माध्यम से मोटे अनाज के लिए छोटे- छोटे प्रोसेसिंग यूनिट को बढ़ावा दिया जा सकता है . रांची के सिमलिया में सी पार्क का बेहतर क्रियान्वयन के लिए सरकार पहल करेगी . यहां FPO से जुड़ी महिलाओं को मास्टर ट्रेनिंग के लिए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मिलेट्स रिसर्च हैदराबाद भेजा जाएगा . इस ट्रेनिंग से महिलाएं मोटा अनाज के उन्नत उत्पाद को तैयार करने की विधि जान सकेंगी . झारखंड में इस वक्त मोटा अनाज के उत्पादन में गुमला और सिमडेगा जिला बेहतर काम कर रहा है . खासकर महुआ की खेती में झारखंड के इन दो जिलों की चर्चा हो रही है . इस दौरा में झारखंड के विशेष सचिव गोपाल जी तिवारी और प्रदीप कुमार हजारी शामिल थे.