रांची के दुर्गा बाड़ी में मां सरस्वती की पूजा हो रही है. मौका बसंत पंचमी का है और मां सरस्वती को विद्या की देवी कहा जाता है ऐसे में बंगाली समाज के द्वारा पूरे विधि विधान के साथ मां सरस्वती की पूजा की जा रही है, मां सरस्वती विद्या की देवी के साथ संगीत की भी देवी मानी जाती है, क्योंकि मां सरस्वती के हाथों में वीणा यह बताता है कि संगीत की भी देवी है विद्या और संगीत का समन्वय है.
सरस्वती पूजा बसंत पंचमी के पांचवें दिन मां सरस्वती की होती है, पूजा और रांची में दुर्गा वाली के साथ-साथ कई जगहों पर विद्यार्थी मां की कर रहे हैं. पूजा दुर्गा बाड़ी में हो रही पूजा में सबसे पहले मां सरस्वती की प्रतिमा को प्राण प्रतिष्ठा किया गया. उसके बाद मां का आवाहन करने के बाद पुरोहित पूरे विधि विधान के साथ पूजा कर रहे हैं. सरस्वती पूजा के दिन बच्चों को जो पहली बार लिखना सीखते हैं मां सरस्वती के समक्ष बच्चों को लिखना सिखाया जाता है और महासरस्वती से यह कामना की जाती है कि बच्चे को पढ़ने लिखने की बुद्धि दे.