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रांची/डेस्क: लैंड स्कैम मामले की जांच कर रही ईडी का एक्शन आखिरकार कांके के चामा इलाके में साफ दिखाई देने लगा है. ईडी की टीम बुधवार को चामा इलाके में पहुंची और कमलेश के संबंध में जानकारियां एकत्र की. इस दौरान कुछ हाईप्रोफाइल लोगों के नाम भी ईडी अधिकारियों के सामने आए हैं. ग्रामीणों ने ईडी को कई जानकारियां दी हैं जिसके अनुसार कांके के चामा इलाके की जमीनों में भारी फरजीबाड़ा किए जाने की जानकारियां सामने आ रही है. आदिवासियों की जमीन को हड़पने के लिए फरजी दस्तावेजों को अपडेट करने के साथ साथ हथियार के बल पर जमीन कब्जा और खरीद बिक्री का खेल खेला जा रहा है. भूमाफिया कमलेश भी चामा इलाके की जमीन से ही रातों रात करोड़पति बन गया और उसके साथ ही साथ एक और नाम विक्की जायसवाल का भी सामने आया है. ईडी की पूछताछ में ग्रामीणों ने अधिकारियों को बताया कि चामा इलाके में कमलेश और विक्की जायसवाल दहशत फैलाकर जमीन का खेल कर रहे हैं. इसके लिए कई सफेदपोशों को संरक्षण भी इन दोनों को मिला हुआ है जिसमें दिल्ली के एक बड़े कारोबारी का नाम भी सामने आया है.
कांके अंचल पहुंची तीन गाड़ियों में ईडी की टीम
कांके की जमीनों के छानबीन में ईडी की टीम कांके अंचल कार्यालय भी जा पहुंची. जानकारियों के अनुसार ईडी की टीम ने पहले चामा गांव पहुंचकर ग्रामीणों का बयान दर्ज किया उसके बाद जमीन से जुड़े दस्तावेज खंगालने के लिए ईडी की टीम अंचल कार्यालय भी जा पहुंची. ईडी के बुलावे पर ज़मीन के कागजातों के साथ भारी संख्या में चामा गांव के ग्रामीण भी कांके अंचल पहुंचे.
21 जून को कांके एस्टर ग्रीन अपार्टमेंट के फ्लैट में हुई थी रेड
विदित हो कि ईडी ने 21 जून को कांके रोड स्थित चांदनी चौक पर एस्टर ग्रीन अपार्टमेंट के एक फ्लैट में रेड की थी. इस रेड में 1 करोड़ रुपये नकदी के अलावा 100 गोलियां भी मिली थीं. इस फ्लैट में कमलेश अपने परिवार के साथ किराए पर रहता था. कमलेश का भूमाफिया शेखर कुशवाहा के साथ नजदीकी संबंध बताया जा रहा है जिसके कारण वह ईडी के रडार पर आया है. जमीन की खरीद बिक्री के द्वारा बड़ी तादाद में मनि लांड्रिंग की गयी है क्योंकि जिस जमीन पर ईडी का ऐक्शन हो रहा है वहां बड़ी संख्या में अधिकारियों ने भी जमीन खरीदी है.
ईडी ने कमलेश को पेश होने के लिये जारी किया है चौथा समन
इधर, ईडी के बुलावे पर कमलेश हाजिर नहीं हो रहा है. ईडी ने कमलेश को पहले 3 सम्मन किए लेकिन कमलेश उपस्थित नहीं हुआ. उसके बाद 12 जुलाई को ईडी ने पूछताछ के लिये कमलेश को बुलाया है. इधर, 100 गोलियां बरामदगी के मामले में रांची पुलिस ने भी केस दर्ज कर लिया है. ईडी और रांची पुलिस के डर से कमलेश भागा फिर रहा है.