अभिषेक सिन्हा/न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: JSSC के एक नए कांड का खुलासा हो रहा है. छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने के आरोपों से घिरी JSSC ने एक बार फिर कई छात्रों के भविष्य को अधर में लटका रखा है. मामला 2023 का है जब विज्ञापन संख्या 01/2023 के द्वारा लैब असिस्टेंट की परीक्षा का आयोजन किया गया. जुलाई-अगस्त 2023 को आयोजित की गयी इस परीक्षा के लिए 690 रिक्त पदों पर नियुक्तियां निकाली गयी थीं. परिणाम सामने आने पर 690 सीटों के विरुद्ध 802 छात्रों के प्रमाण पत्र का सत्यापन करने की जानकारी साझा की गयी. 22 दिसम्बर को जारी फाइनल लिस्ट में 690 की जगह केवल 550 छात्रों की लिस्ट जारी की गई जबकि 84 लोगों को पेंडिंग में दिखाया गया. इसका मतलब 56 सीटों को रिक्त रखा लिया गया लेकिन यह किसके लिए रिक्त रखा गया यह बड़ा सवाल खड़ा हो गया है.
पेडिंग लिस्ट के 84 छात्र आखिर कौन कौन
JSSC की लिस्ट में 84 छात्रों को पेंडिंग लिस्ट में दिखाया गया लेकिन उनके नामों का खुलासा नहीं किया गया. इसके पीछे क्या वजह रही होगी यह जांच का मामला बन गया है. जब 802 छात्रों के दस्तावेजों का सत्यापन हुआ और उनमें 550 छात्रों को सफलता सूची में दिखाया गया तब बचे हुए 252 छात्रों में वह कौन 84 छात्र हैं जो पेंडिंग सूची में हैं यह जानकारी केवल JSSC के पास है. ऐसे में बचे 252 छात्रों में अधिकांश बच्चों ने पेंडिंग सूची के 84 बच्चों में खुद को शामिल करते हुए अपने दस्तावेज कार्यालय में जमा करा दिए.लेकिन उन 84 पेडिंग छात्रों के नामों का खुलासा आज तक नहीं किया गया.
29 दिसम्बर को बांटे गए नियुक्ति पत्र
29 दिसम्बर 2023 को सफल 550 स्टूडेंटस को नियुक्ति पत्र बांट दिए गए है साथ ही सभी लोग नौकरी करते हुए अपना वेतन भी उठा रहे हैं लेकिन JSSC का ध्यान अभी तक उन 84 पेंडिंग छात्रों की लिस्ट और 56 रिक्त पड़े सीटों पर नहीं है. जब 252 छात्र परीक्षा देने और दस्तावेज सत्यापन के बावजूद वेटिंग की स्थिति में हैं तब सीटें रिक्त रखना कितना उचित है.
JSSC सचिव का दावा- स्टूडेंट्स हैं लेट मालगाड़ी ट्रेन के जैसे
छात्रों का कहना है कि वह लोग जब भी JSSC कार्यालय जाते हैं और वहां सचिव सुधीर कुमार गुप्ता से मुलाकात करते हैं तब सुधीर साहब उन छात्रों को लेट मालगाड़ी ट्रेन के जैसा बताते हैं. सचिव सुधीर गुप्ता लैब असिस्टेंट के परीणाम के लिए इंतजार कर रहे छात्रों से कहते हैं कि आपलोग लेट मागलाड़ी के जैसे हैं, स्टेशन से दूसरी सारी ट्रेनें खुल जाएंगी तब जाकर आज सभी का नम्बर आएगा. छात्रों का दावा है कि PGT, JE समेत कई परीक्षाओं का रिजल्ट प्रकाशित हो चुका है और लंबित नियुक्तियों के मामले में लैब असिस्टेंट की नियुक्ति का मामला सबसे पुराना है.