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रांची/डेस्क: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज आधिकारिक तौर पर इस्तीफा दे दिया, जिससे दिल्ली की राजनीति में एक नया अध्याय शुरू हुआ है. उनके इस्तीफे के बाद, दिल्ली सरकार की मंत्री व कालकाजी से विधायक आतिशी मार्लेना सिंह को दिल्ली की नई मुख्यमंत्री के रूप में पुष्टि कर दी गई है. आतिशी, जो कि दिल्ली के शिक्षा क्षेत्र में अपनी कई उपलब्धियों के लिए जानी जाती हैं, अब दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभालेंगी. इससे पहले शीला दीक्षित और सुषमा स्वराज इस पद पर रह चुकी हैं. अरविंद केजरीवाल ने आज उपराज्यपाल वीके सक्सेना को अपना इस्तीफा सौंपा. आतिशी ने विधायक दल का नेता होने के नाते नई सरकार के गठन का प्रस्ताव LG को सौंपा.
कौन हैं आतिशी
दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर विजय सिंह और तृप्ता वाही की बेटी आतिशी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा स्प्रिंगडेल्स स्कूल से प्राप्त की और स्नातक की उपाधि सेंट स्टीफंस कॉलेज से ली. उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की है.
आतिशी का प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
आतिशी का जन्म 8 मार्च 1981 को दिल्ली में हुआ था. उनके पिता विजय सिंह दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रोफेसर थे, और उनकी मां तृप्ता वाही एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा स्प्रिंगडेल्स स्कूल, दिल्ली से प्राप्त की. इसके बाद, उन्होंने सेंट स्टीफंस कॉलेज से गणित में स्नातक की उपाधि प्राप्त की. आतिशी ने उच्च शिक्षा के लिए ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय का रुख किया, जहां से उन्होंने राजनीति और समाजशास्त्र में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की. ऑक्सफोर्ड में अपने समय के दौरान, उन्होंने समाज सुधार और शिक्षा के क्षेत्र में गहरी रुचि विकसित की, जो उनके राजनीतिक करियर की नींव साबित हुई.
राजनीतिक करियर
आतिशी का राजनीतिक करियर भारतीय राजनीति के महत्वाकांक्षी नेताओं में से एक के रूप में उभरा है. 2013 में आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल होने के बाद, उन्होंने दिल्ली की शिक्षा नीति में महत्वपूर्ण सुधार लाने में योगदान दिया. उनकी मेहनत और समर्पण के कारण दिल्ली सरकार की शिक्षा नीति में कई सकारात्मक बदलाव देखने को मिले हैं. उन्होंने 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में दक्षिण दिल्ली के कालकाजी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार धर्मबीर सिंह को 11,422 मतों से हराया था.
कई विभाग थे आतिशी के पास
दिल्ली शराब घोटाले मामले में जब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जेल जाना पड़ा तो आतिशी की जिम्मेदारियां भी बढ़ गई. वह पार्टी के आंतरिक मामलों को भी संभालती थी और उनके पास कई विभाग भी थे. उनके पास शिक्षा, लोक निर्माण विभाग, संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय भी था.
सबसे आगे था आतिशी का नाम
आतिशी का नाम मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे था और पार्टी के प्रमुख नेताओं ने उनकी क्षमता और अनुभव के आधार पर उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपने का निर्णय लिया. पार्टी के एक नेता ने बताया कि दिल्ली विधानसभा का सत्र 26-27 सितंबर को बुलाया जाएगा, जहां आतिशी को औपचारिक रूप से मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई जाएगी. इस परिवर्तन के साथ ही, आतिशी के नेतृत्व में नई सरकार के गठन का दावा पेश किया जाएगा. इस बीच, केजरीवाल ने भविष्य में दिल्ली विधानसभा चुनावों में “ईमानदारी का प्रमाणपत्र” प्राप्त करने की बात की है, और उन्होंने दिल्ली में समय पूर्व चुनाव की भी मांग की है. इस नए नेतृत्व के साथ, दिल्ली की राजनीति में नई ऊर्जा और दिशा का आगाज़ होगा, और आतिशी के नेतृत्व में दिल्ली की विकास यात्रा को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की उम्मीद जताई जा रही है.