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हजारीबाग/डेस्क: पूर्व डीसी और आईएएस अधिकारी विनय चौबे के कार्यकाल के दौरान वन भूमि की कथित अवैध खरीद-बिक्री और नियमों के विरुद्ध म्यूटेशन से जुड़े मामले में बुधवार को हजारीबाग एसीबी (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) की विशेष अदालत में सुनवाई हुई. यह सुनवाई प्रमुख आरोपी ऑटोमोबाइल कारोबारी आरपी विनय सिंह और उनकी पत्नी स्निग्धा सिंह की अलग-अलग याचिकाओं पर की गई.
पिछली सुनवाई में अदालत ने एसीबी को केस डायरी प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था, लेकिन बुधवार को एसीबी की ओर से डायरी पेश नहीं की गई. एसीबी की ओर से अधिक समय की मांग किए जाने पर अदालत ने उसे स्वीकार करते हुए अगली सुनवाई की तिथि 1 नवंबर निर्धारित की है.
एसीबी की कांड संख्या 11/2025 में नामजद आरोपी विनय सिंह और उनकी पत्नी स्निग्धा सिंह पर आरोप है कि उन्होंने हजारीबाग सदर अंचल के थाना नंबर 252 के तहत आने वाली वन भूमि को अवैध रूप से खरीदा और उसका म्यूटेशन कराया. एसीबी की प्राथमिकी के अनुसार, विवादित भूमि खाता नंबर 95, प्लॉट नंबर 1055, 1060, 848 (कुल रकबा 28 डिसमिल) तथा खाता नंबर 73, प्लॉट नंबर 812 (रकबा 72 डिसमिल) में दर्ज है. यह जमीन सदर अंचल के बभनवे मौजा, हल्का संख्या 11 में स्थित है, जहां वर्तमान में “नेक्सजेन” नामक शोरूम संचालित है.
अदालत में एसीबी की ओर से विशेष लोक अभियोजक ने बहस की, जबकि बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता शंकर बनर्जी ने स्निग्धा सिंह का पक्ष रखा. बताया गया कि विनय सिंह ने नियमित जमानत (रेगुलर बेल) के लिए आवेदन दिया है, वहीं उनकी पत्नी स्निग्धा सिंह ने अग्रिम जमानत (एंटिसिपेटरी बेल) की याचिका दायर की है. अदालत अब इस मामले की सुनवाई 1 नवंबर को करेगी.
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