Sunday, Jul 6 2025 | Time 05:06 Hrs(IST)
देश-विदेश


Indo-Pak Partition : इस चीज के बंटवारे के लिए लड़ गए थे भारत-पाक, फिर फैसले के लिए के लिए उछाला गया सिक्का

Indo-Pak Partition : इस चीज के बंटवारे के लिए लड़ गए थे भारत-पाक, फिर फैसले के लिए के लिए उछाला गया सिक्का
न्यूज़11 भारत

रांची/डेस्क: भारत-पाकिस्तान के बीच बंटवारे के दौरान रुपए-पैसे से लेकर तमाम चल-अचल संपत्तियों को लेकर खूब झगड़ा हुआ. सबसे ज्यादा जिस चीज को लेकर भारत-पाक के बीच तू-तू, मै-मैं हुई, वो थी वायसराय की घोड़ा गाड़ी यानी बग्घी. अपनी किताब में इतिहासकार डोमिनिक लापियर और लैरी कॉलिन्स लिखते हैं कि वायसराय के पास 12 घोड़ागाड़ी थी. इसके साथ ही ये घोड़ागाड़ी या बग्घी हाथ से गढ़ी सोने और चांदी से बनी थीं और तरह-तरह की सजावटों से लैस थीं. वहीं इस पर लाल मखमली गद्दियां लगी थीं. इसके साथ ही इन घोड़ागाड़ियों में साम्राज्यवादी सत्ता की सारी शान-शौकत नजर आती थी.

 

सोने और चांदी की बनी थी बग्घी

बताया जाता है कि12 घोड़ागाड़ी में से 6 घोड़ागाड़ी सोने की और 6 चांदी की बनी थी. इसलिए 6-6 गाड़ियों के सेट को तोड़ना ठीक नहीं था. वहीं पहले तय किया गया कि भारत और पाकिस्तान में एक को सोने वाली गाड़ी दे दी जाए और दूसरे को चांदी वाली, मगर यह तय नहीं हो पा रहा था कि सोने वाली गाड़ी किसको मिलेगी और चांदी वाली किसके हिस्से जाएगी. इसके साथ ही दोनों देश अपने लिए सोने वाली घोड़ागाड़ी या बग्घी चाहते थे.

 

सिक्का उछालकर हुआ फैसला

बग्घी को लेकर जब कोई फैसला नहीं हो पाया तो वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन के ए.डी.सी. लेफ्टिनेंट कमांडर पीटर होज ने सुझाव दिया कि सिक्का उछालकर सन-पुतली के आधार पर इस बात का फैसला किया जाए कि कौन सी गाड़ी किसे मिलेगी. वायसराय बॉडीगार्ड के कमांडर मेजर गोविंद सिंह और पाकिस्तान बॉडीगार्ड के हाल में नियुक्त कमांडर मेजर याकूब खां उस वक्त वहां खड़े थे और लेफ्टिनेंट कमांडर पीटर होज का सुझाव मान लिया गया.

 


 

भारत के खाते में सोने वाली बग्घी आई 

अपनी जेब से माउंटबेटन के ए.डी.सी. लेफ्टिनेंट कमांडर पीटर होज ने चांदी का एक सिक्का निकाला और उसे हवा में उछाल दिया. इसके बाद सिक्का खनकता हुआ अस्तबल के फर्श पर आ गिरा. उसे झुककर तीन आदमी देखने लगे. फिर मेजर गोविंद सिंह के मुंह से खुशी की चीख निकल गई. क्योंकि भाग्य ने फैसला कर दिया था कि सोने की बग्घियां भारत को मिलेंगी. इसके साथ ही ये बग्घियां आजाद भारत की सड़कों पर निकला करेंगी. फिर लेफ्टिनेंट कमांडर पीटर होज ने घोड़ों के साज-सामान, चाबुकों, कोचवानों के जूतों और वर्दियों का भी विभाजन कर दिया कि किस गाड़ी के साथ क्या-क्या सामान जाएगा.
अधिक खबरें
भगोड़े नीरव मोदी के भाई और PNB घोटाले के आरोपी नेहल मोदी को अमेरिका में किया गिरफ्तार, प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू
जुलाई 05, 2025 | 05 Jul 2025 | 3:56 PM

पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले के प्रमुख आरोपी नीरव मोदी के भाई नेहल दीपक मोदी को अमेरिका में गिरफ्तार कर लिया गया है. यह गिरफ्तारी भारतीय एजेंसियों, प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) द्वारा संयुक्त रूप से दायर अपील पर अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा 4 जुलाई 2025 को की गई. इस गिरफ्तारी को भारत के सबसे बड़े बैंकिंग घोटाले की जांच में एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक और कानूनी सफलता माना जा रहा है.

हिंदी विरोध ने ठाकरे बंधुओं को लाया करीब. 'मराठी एकता' रैली में 20 वर्षों के बाद दिखे एक मंच पर
जुलाई 05, 2025 | 05 Jul 2025 | 3:01 PM

हिंदुत्व के बल पर महाराष्ट्र में राज करने वाली शिवसेना हिंदी के खिलाफ मोर्चा कर खोल कर राजनीति कर रही है. उद्धव ठाकरे वाली शिवसेना को अब उन सिद्धांतों से कोई मतलब नहीं है, जिसके बल पर उसका खौफ पाकिस्तान तक में हुआ करता है. अब तो उद्धव ठाकरे की शिवसेना सिर्फ राजनीति करने वाली पार्टी बन कर रहा गयी है.

केसी वेणुगोपाल से मिलने पहुंचे झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री
जुलाई 05, 2025 | 05 Jul 2025 | 3:01 PM

स्वास्थ्य मंत्री इरफ़ान अंसारी ने कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल से कि मुलाकात.

चीन को झटका देने के लिए अर्जेंटीना पहुंच गये पीएम मोदी, लिथियम पर कर सकते हैं बड़ी डील
जुलाई 05, 2025 | 05 Jul 2025 | 2:32 PM

5 देशों की राजनयिक यात्रा पर निकले प्रधानमंत्री मोदी की सवारी अर्जेंटीना पहुंच गयी है. दो देशों घाना और त्रिनिदाद एंड टोबैगो की यात्रा के बाद पीएम अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स के एजीजा पहुंच गये हैं. एजीजा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर से स्वागत किया गया. पीएम मोदी के स्वागत के लिए भारतीय समुदा

समंदर पर रोमांस नहीं, नियमों का राज चलता है.. क्रूज स्टाफ के लिए फ्लर्ट और नजदीकी बन सकती है जेल का टिकट
जुलाई 05, 2025 | 05 Jul 2025 | 2:18 PM

दूर समंदर में तैरते आलीशान क्रूज शिप्स पर जहां एक तरफ यात्रियों के लिए मस्ती, मौज और नाइट पार्टीज़ होती हैं. वहीं दूसरी तरफ वहीं काम कर रहे कर्मचारियों के लिए यह सफर रोमांच से ज्यादा अनुशासन और सावधानी का होता हैं. क्रूज में काम करने वाले स्टाफ के लिए सबसे सख्त नियमों में से एक है यात्रियों से किसी भी तरह का निजी या अंतरंग रिश्ता न बनाना.