अजय लाल / न्यूज 11 भारत
रांची - स्थान - राज्य सचिवालय का प्रोजेक्ट भवन. वक्त दिन के 11. 30 बजे का.दिन मंगलवार. राज्य के नये उद्योग मंत्री सत्यानंद भोक्ता जैसे ही सभा कक्षा में आते हैं तालियों की गड़गडाहट शुरू हो जाती है. सचिव जीतेन्द्र सिंह मंत्री सत्यानंद भोक्ता का गुलदस्ता देकर स्वागत करते है. साथ ही कई अन्य अधिकारी भी मंत्री सत्यानंद भोक्ता को गुलदस्ता देकर स्वागत करते हैं. और फिर मुलाकात और परिचय का दौर शुरू होता है. दरअसल. यह मौका था - उद्योग विभाग के नये मंत्री सत्यानंद भोक्ता के समीक्षा बैठक का. कई अफसरों ने इसे सौभाग्यशाली क्षण बताया.
दरअसल. लगभग सवा नौ साल बाद उद्योग विभाग को अपना कोई मंत्री मिला है. इससे पहले राज्य में रघुवर दास की सरकार थी. तब उन्होने उद्योग विभाग का मंत्रालय अपने पास रखा था. उसके बाद सरकार बदली तो नये मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन ने पदभार संभाला. तब भी संयोग ऐसा बना कि राज्य को कोई नया उद्योग मंत्री नहीं मिल सका और इसे हेमंत सोरेन ने अपने पास रख लिया. लगभग सवा चार साल बाद राज्य में नये मुख्यमंत्री के रूप में चंपई सोरेन ने पदभार संभाला. उन्होंने मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही राज्य के श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता को उद्योग मंत्री बनाया और बुधवार को वो अफसरों के सामने बैठे थे.
क्या कहा उद्योग मंत्री ने
उद्योग मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने जब बोलना शुरू किया तो वो अपने स्थान पर खडे हो गये. उनके खड़े होने के साथ ही अन्य अफसर भी अपनी जगह पर खड़े हो गये. मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने सभी को बैठने को कहा. सचिव जीतेन्द्र सिंह इसके बाद भी अपनी जगह पर खड़े रहे. उद्योग मंत्री ने उनके कंधा पर हाथ रखकर उन्हें बैठने को कहा. बाद में भोक्ता ने कहा कि - आप लोग मिलकर काम करे. शायराना अंदाज में उन्होंने कहा कि - छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानी, नये दौर में लिखेंगे , उद्योग विभाग की नयी कहानी. उन्होने कहा कि उनसे किसी को परेशानी नहीं होगी. वो एक एक अफसर को पहचानते हैं. जीतेन्द्र सिंह उनके ही जिले के डीसी थे. तब से उनसे परिचय है. मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि आप लोगों को जब भी जरूरत पडे हमसे डायरेक्ट मिल सकते हैं..और फिर लौटते वक्त उद्योग विभाग के सचिव जीतेन्द्र सिंह ने उन्हें मोमेंटो देकर विदा किया. यह कहते हुए कि आप पहली बार आये हैं हमलोगों का फर्ज बनता है कि आपको सम्मानित करें