अमित दत्ता/न्यूज11 भारत
बुंडू/डेस्कः बुंडू प्रखंड के ताऊ पंचायत अंतर्गत कॉलेज मोड़ के समीप 15वें वित्त आयोग योजना के तहत बन रही नाली में भारी अनियमितता का मामला सामने आया है. पिछले पांच महीनों से निर्माणाधीन इस नाली का कार्य अधूरा छोड़ दिया गया है. स्थानीय लोगों के अनुसार, संवेदक कालीपद महतो द्वारा नाली में घटिया गुणवत्ता की सामग्री का उपयोग किया गया है. कहीं पत्थर को बिना घोल के जोड़ दिया गया है, तो कहीं प्लास्टर अधूरा छोड़ दिया गया है. परिणामस्वरूप, कुछ ही दिनों में नाली में दरारें पड़ने लगी हैं.
सबसे गंभीर बात यह है कि कार्यस्थल पर योजना संबंधित कोई सूचना बोर्ड नहीं लगाया गया है, जिससे लागत, लंबाई, अध्यक्ष या मुखिया की जानकारी नहीं मिल पा रही है. इससे यह स्पष्ट होता है कि सरकारी राशि का दुरुपयोग किया जा रहा है. स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि संवेदक अपनी मनमानी से काम कर रहा है और निर्माण की गुणवत्ता की कोई जांच नहीं हो रही है, क्योंकि जेई कभी निरीक्षण के लिए नहीं आते. नाली सड़क से ऊंची बनाई गई है, जिससे बारिश का पानी सड़क पर जमा हो जाता है.
इसके अलावा, खुदाई के दौरान निकाली गई मिट्टी सड़क पर ही छोड़ दी गई है, जिससे कीचड़ फैल गई है. इसी रास्ते से रोजाना पांच परगना क्षेत्र के एकमात्र डिग्री कॉलेज के छात्र-छात्राएं आते-जाते हैं, जिनके लिए यह रास्ता अब मुसीबत बन गया है. स्थानीय लोगों ने संबंधित अधिकारियों से मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की मांग की है.