बिहारPosted at: जुलाई 13, 2025 रेंगते हुए पहुंच रहे भोले के दरबार दिव्यांग कांवड़िया की अटूट आस्था देख हर कोई हुआ नतमस्तक
शयामानंद सिंह/न्यूज़11 भारत
भागलपुर/डेस्क: भागलपुर सावन के पवित्र महीने में बाबा भोलेनाथ की भक्ति में डूबे कांवड़ियों का जनसैलाब सुल्तानगंज से देवघर तक दिखाई देता है. हर कोई अपने-अपने तरीके से बाबा को जल चढ़ाने निकल पड़ा है लेकिन इस बार कावड़िया पथ पर एक ऐसा दृश्य देखने को मिला जिसने हर किसी को भावुक कर दिया. कोलकाता से आए एक दिव्यांग कांवड़िया जो पैरों से चलने में असमर्थ हैं. अपनी हथेलियों के सहारे सैकड़ों किलोमीटर की यात्रा पर निकल पड़े हैं. उनका एक ही मकसद है देवघर पहुंचकर बाबा भोलेनाथ को गंगाजल अर्पित करना. शारीरिक रूप से अक्षम होने के बावजूद इनकी आस्था इतनी अटूट है कि वो घुटनों और हथेलियों के सहारे रेंगते हुए कठिन और लंबी यात्रा तय कर रहे हैं. यह दृश्य सिर्फ एक श्रद्धा की नहीं बल्कि उस विश्वास की मिसाल है, जो हर कठिनाई को मात देता है. सावन में शिवभक्ति का यह जज़्बा हर किसी को नमन करने पर मजबूर कर देता है.