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रांची/डेस्क: चुनाव आयोग ने रविवार शाम अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले एक बयान जारी किया और मतदाता सूची पुनरीक्षण प्रक्रिया पर विपक्षी पार्टियों की प्रतिक्रिया और तरीके पर हैरत जाहिर की है. आयोग का कहना है कि मतदाता सूची में गड़बड़ियां हो सकती है, और उनमें सुधार करना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है. राजनीतिक पार्टियां मुद्दे तो उठा रही हैं, लेकिन मुद्दों को उठाने की भी एक समय सीमा होती है, उनका समय होता है. और जो भी दावे या आपत्तियां दर्ज करायी जाती हैं, उनको भी दुरुस्त करने की एक अवधि होती है. यह एक सामान्य प्रक्रिया है और राजनीतिक पार्टियां भी इन्हें अच्छी तरह जानती हैं. चुनाव आयोग ने कहा कि जिन मुद्दों को राजनीतिक पार्टियां उठा रही हैं, अगर वे सही माध्यमों से उठाये गये होते तो उनमें सुधार कर लिया गया होता.
आयोग ने अपने बयान में यह भी कहा कि बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण में पूरी पारदर्शिता बरती गयी है. आयोग ने कहा कि मतदाता सूची जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारियों की मदद से तैयार की जाती है. उसमें कई अधिकारी इसकी शुद्धता की जिम्मेदारी लेते हैं. नियमों और दिशानिर्देशों के अनुरूप ही मतदाता सूची तैयार होती है, ताकि उसमें पारदर्शिता बनी रहे.
मतदाता सूची गड़बड़ियों पर चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी चुनाव आयोग पर बार-बार फर्जीवाड़े और पक्षपात काआरोप लगा रहे हैं. उनका कहना है कि आयोग भाजपा से मिली भगत करके वोट चोरी करा रहा है. उन्होंने मतदाता सूची में कई गड़बड़ियों का तथाकथित सबूत भी पेश किये. उन बड़े आरोपों को लेकर आज अपराह्न 3.00 बजे दिल्ली के नेशनल मीडिया सेंटर में आयोग एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करना वाला है. संभवत: राहुल गांधी के उठाए मुद्दों का जवाब देगा.