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नालंदा/डेस्कः- सिपाही भर्ती पेपर लीक कांड की जांच में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार सुबह नालंदा जिले में दो अलग-अलग ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की. यह कार्रवाई नीट पेपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया से जुड़े व्यक्तियों पर केंद्रित रही और इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ एक अहम कदम के रूप में देखा जा रहा है.
सुबह 7:30 बजे शुरू हुई कार्रवाई
ईडी की टीम ने केंद्रीय सुरक्षा बलों के साथ मिलकर सुबह साढ़े सात बजे अभियान की शुरुआत की. पहली छापेमारी नूरसराय थाना क्षेत्र के बलवा गांव में संजीव मुखिया के पुत्र डॉ. शिव के निवास पर की गई, जबकि दूसरी टीम ने गोसाई मठ गांव में संदीप कुमार के घर पर दबिश दी. संदीप को संजीव मुखिया का करीबी सहयोगी माना जा रहा है. गोसाई मठ गांव में ईडी की मौजूदगी के खिलाफ स्थानीय ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया, लेकिन मौके पर तैनात सीआरपीएफ जवानों ने हालात को काबू में लेते हुए तलाशी अभियान को निर्विघ्न रूप से जारी रखा. छापेमारी के दौरान सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे.ईडी की जांच का केंद्र बने डॉ. शिव पहले भी सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले में जेल जा चुके हैं और हाल ही में जमानत पर रिहा हुए थे. वहीं, संदीप कुमार छापेमारी से पहले ही घर से फरार बताया जा रहा है. सूत्रों के अनुसार, उसके पास गांव की सबसे अधिक कृषि भूमि है और वह आर्थिक रूप से बेहद सशक्त है.
नीट और सिपाही भर्ती परीक्षा जैसे बड़े मामलों में पेपर लीक का मास्टरमाइंड संजीव मुखिया इस समय जेल में बंद है. अप्रैल 2025 में एसटीएफ ने पटना से उसे गिरफ्तार किया था. उसके ऊपर तीन लाख रुपये का इनाम घोषित था. पूर्व में वह नूरसराय हॉर्टिकल्चर कॉलेज में तकनीकी सहायक के पद पर कार्यरत था.सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि संजीव मुखिया की पत्नी आगामी विधानसभा चुनाव में हरनौत सीट से ताल ठोंकने की तैयारी कर रही हैं. यह स्पष्ट नहीं है कि वह निर्दलीय रूप में चुनाव लड़ेंगी या किसी राजनीतिक दल से जुड़कर.