नीरज कुमार साहू/न्यूज़11 भारत
गुमला/डेस्क: युवा और स्कूली बच्चे बन रहे हैं नशे का शिकार गवा रहे हैं अपनी जान. मालूम हो कि बसिया में युवा और स्कूल जाने वाले देश के होनहार बच्चे नशे के आगोश में समाते जा रहे हैं, पहले से ही बसिया थाना क्षेत्र में अवैध विदेशी शराब, गांजा, देसी दारू और हड़िया की बिक्री हो ही रही थी, पर अब यहां के युवाओं तक ड्रक्स और कोकीन जैसे नशीले उत्तेजक पदार्थ भी पहुंच चुके हैं, आलम यह है कि युवा नशे के लत में डूबते जा रहे हैं, आए दिन बसिया प्रखंड में रोड एक्सीडेंट में युवा अपनी जान गवा रहे हैं इसमें अधिकतर मामला ड्रिंक एंड ड्राइव का ही सामने आ रहा है.
नशे के सौदागरों में किसी भी प्रकार का कानूनी कार्रवाई नहीं होने के कारण पुलिस प्रशासन की कार्य शैली में उठ रहे हैं सवाल
बसिया प्रखंड में कानून का डर न होने से नशे का कारोबार धड़ल्ले से और बेखौफ़ होकर नशे के सौदागरों के द्वारा किया जा रहा है वही दूसरी और किसी प्रकार का कानूनी कार्रवाई नहीं होने के कारण बसिया प्रशासन की कार्यशैली मे बसिया प्रखंड के लोग उठा रहे हैं सवाल. कई बार शांति समिति के बैठक में भी बसिया प्रशासन को बढ़ते नशे के बारे में शांति समिति के सदस्यों के द्वारा जोर शोर से अवगत कराया गया है, कई बार समाचार पत्रों में भी फैलते नशे के कारोबार का खबर प्रकाशित किए जाने के बाद भी बसिया पुलिस प्रशासन की चुप्पी बसिया प्रखंड के लोगों को खटक रही है. लोग चौक चौराहे पर चर्चा कर रहे हैं कि आखिर क्या बात है जो नशे के सौदागर कानून की गिरफ्त से दूर है.
फैलते नशे का जिम्मेवार आखिर कौन
बसिया थानाक्षेत्र में फैलते नशे के कारोबार का आखिर जिम्मेवार कौन है, अब यह एक बड़ा सवाल बन गया है. जिन्हें जिम्मेदारी मिली है वह भी खामोश है, सवाल यह भी है कि एक सभ्य समाज की जिम्मेदारी सिर्फ प्रशासन की ही नहीं है, वहां के रहने वाले समाज के लोगो, बच्चो के अभिभावकों से लेकर राजनेताओं की भी है, परंतु वे इस प्रकार खामोशी से बसिया और झारखंड के भविष्य को बर्बाद होते देख रहे हैं.