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रांची/डेस्क: जैसे ही सर्दियों का मौसम शुरू होता है, ठंडी हवाओं के साथ एक और चीज़ जो हमें अक्सर महसूस होती है, वह है करंट का झटका. आपने भी महसूस किया होगा कि जैसे ही आप किसी किसी को छूते है अचानक एक झटका लगता है लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इसका कारण क्या हैं? आइए जानें
क्या है इलेक्ट्रोस्टैटिक डिस्चार्ज (ESD)?
यह झटका जिसे हम इलेक्ट्रिक शॉक या करंट कहते है, असल में "इलेक्ट्रोस्टैटिक डिस्चार्ज" (ESD) होता हैं. जब शरीर में इलेक्ट्रॉन्स इकट्ठा हो जाते है और आप किसी वस्तु या व्यक्ति को छूते है तो यह चार्ज अचानक डिस्चार्ज हो जाता है, जिससे करंट का एहसास होता हैं. सर्दियों में इसका अनुभव अधिक होता है क्योंकि इस मौसम में हवा में नमी कम होती है, जिससे शरीर में स्टैटिक बिजली का इकट्ठा होना आसान हो जाता हैं.
ठंड में यह क्यों ज्यादा होता है?
ठंड के मौसम में, हमारे कपड़े सिंथेटिक फैब्रिक के होते है, जो इलेक्ट्रॉन्स को अधिक आसानी से अवशोषित करते हैं. इसके अलावा सूखी हवाएं त्वचा को भी सूखा बना देती है, जिससे स्टैटिक चार्ज इकट्ठा होने की प्रक्रिया और बढ़ जाती हैं. इस कारण ठंडे मौसम में हम किसी चीज़ को छूने पर ज़्यादा करंट महसूस करते हैं.
कैसे बचें इस करंट के झटके से?
यह समस्या बड़ी आम है लेकिन कुछ आसान उपायों से इससे बचा जा सकता है:
- जैसे ही आप किसी को छूने वाले हों, पहले अपने पैर को जमीन पर टच कर लें. इससे शरीर में जमा स्टैटिक चार्ज निकल जाएगा.
- त्वचा में नमी बनाए रखने के लिए मॉइस्चराइज़र या लोशन का इस्तेमाल करें. इससे त्वचा सूखी नहीं होगी और स्टैटिक चार्ज जमा होने के चांसेस कम हो जाएंगे.
- सिंथेटिक के बजाय सूती कपड़े पहनें. सूती कपड़े स्टैटिक बिजली को आकर्षित नहीं करते और इससे झटके की संभावना कम होती हैं.
- घर में हवा में नमी बनाए रखने के लिए ह्यूमिडिफायर का प्रयोग करें. यह हवा को नमीदार बनाए रखेगा और स्टैटिक बिजली के निर्माण को कम करेगा.
- अब जब आपको यह समझ आ गया है कि ठंड में करंट के झटके का कारण क्या है तो इन आसान उपायों को अपनाकर आप इस परेशानी से बच सकते हैं. इस मौसम में अपने शरीर और पर्यावरण का ध्यान रखना न सिर्फ आपके लिए आरामदायक रहेगा बल्कि सर्दी के मजे भी दोगुने हो जाएंगे.