शयामानंद सिंह/न्यूज़11 भारत
भागलपुर/डेस्क: पूरे बिहार में आगामी चुनावों को लेकर मतदाता सूची के पुनरीक्षण का कार्य जोरों पर है, लेकिन भागलपुर जिले में इस कार्य की रफ्तार अन्य जिलों की तुलना में काफी धीमी देखी जा रही है. इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए भागलपुर के जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने समीक्षा भवन में एक अहम बैठक आयोजित की बैठक में निर्वाचन से जुड़े अधिकारी, पर्यवेक्षक, बीएलओ सहित संबंधित विभागों के प्रतिनिधि उपस्थित थे. बैठक के दौरान डीएम ने मतदाता सूची अपडेट करने में हो रही लापरवाही पर नाराजगी जताई.
उन्होंने स्पष्ट किया कि निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार कार्य में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. बीएलओ द्वारा दिए गए कार्य में गंभीरता नहीं बरतने और निर्धारित समय-सीमा में प्रगति नहीं दिखाने पर कड़ा कदम उठाया गया. जिलाधिकारी डॉ. चौधरी ने कार्रवाई करते हुए तीन शिक्षकों को निलंबित कर दिया है. वहीं दो आंगनबाड़ी सेविकाओं को तत्काल प्रभाव से सेवा से मुक्त कर दिया गया है. इसके अलावा कई कर्मियों का वेतन स्थगित कर दिया गया है, जो निर्धारित कार्यों में निष्क्रिय पाए गए डीएम ने सभी अधिकारियों और बीएलओ को चेतावनी दी कि अगर समय पर मतदाता सूची का कार्य पूरा नहीं हुआ, तो आगे भी और सख्त कदम उठाए जाएंगे. उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि प्रत्येक बीएलओ को प्रतिदिन के कार्य की रिपोर्ट जिला निर्वाचन कार्यालय में देनी होगी और क्षेत्र में जाकर काम की वास्तविक स्थिति सुनिश्चित करनी होगी.
भागलपुर में मतदाता सूची कार्य की धीमी प्रगति प्रशासन के लिए चिंता का विषय बनती जा रही है और अब इस दिशा में ठोस पहल करते हुए अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. जिलाधिकारी ने कहा कि मतदाता सूची लोकतंत्र की नींव है और इसमें किसी प्रकार की त्रुटि या लापरवाही जनहित पर प्रभाव डाल सकती है, इसलिए सभी को पूरी निष्ठा के साथ इस कार्य में योगदान देना होगा.