अमित दत्ता/न्यूज़11 भारत
तमाड़/डेस्क: तमाड़ प्रखंड के डोमबोडीह चिरगालडीह गांव में फैले डायरिया के कहर की गंभीरता थमने का नाम नहीं ले रही है. रविवार को जहां दो महिलाओं की मौत और दर्जनों लोगों के बीमार होने की सूचना थी, वहीं सोमवार को स्थिति और चिंताजनक हो गई है. आज तमाड़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से डायरिया ग्रसित तीन गंभीर मरीजों को रांची रिम्स रेफर किया गया है.
इनमें शामिल हैं:
सोमा महतो (60 वर्ष)
समीर कुमार महतो (46 वर्ष)
विनोता कुमारी (15 वर्ष)
डॉक्टरों के अनुसार तीनों की हालत गंभीर बनी हुई है। पीड़ितों को तुरंत एंबुलेंस के माध्यम से रांची भेजा गया. अब तक 2 मौतें, 25 से अधिक पीड़ित गांव में अब तक डायरिया से दो महिलाओं की मौत हो चुकी है – 45 वर्षीय भादो देवी और 60 वर्षीय सोहगी महतो. वहीं अब तक करीब 25 से अधिक लोग बीमार हैं, जिनका इलाज तमाड़ अस्पताल व रिम्स में चल रहा है.
गांव में दूषित जल आपूर्ति बना मुख्य कारण
लगातार बारिश के कारण कुंए और तालाबों का पानी दूषित हो गया है. ग्रामीणों का कहना है कि बिना किसी पूर्व चेतावनी के लोग वही पानी पीते रहे, जिससे अचानक बीमारियों का प्रसार हुआ.
प्रशासन हरकत में, शिविर और जांच शुरू
प्रशासन ने गांव में स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया है और पानी के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं. चिकित्सा टीम मौके पर मौजूद है, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि अब भी साफ पानी और उचित दवाओं की व्यवस्था पूरी तरह नहीं हो पाई है.
ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन से मांग की है कि:
सभी पीने के पानी के स्रोतों की तत्काल सफाई कराई जाए. गांव में क्लोरीन की गोली, ओआरएस और अन्य जरूरी दवाएं वितरित की जाएं. स्थायी जल शुद्धिकरण व्यवस्था लागू की जाए.