अमित दत्ता/न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: लगभग 12 से 15 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनमें महिला और पुरुष दोनों शामिल हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार, सभी यात्री सिल्ली प्रखंड के हाकेदाग पंचायत अंतर्गत टेटेबंधा गांव के निवासी थे. घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई. आसपास के लोगों ने बताया कि चारों ओर चीख-पुकार मच गई थी और स्थिति अत्यंत भयावह थी.
घटना के प्रत्यक्षदर्शी और मौके पर सबसे पहले पहुंचने वाले सामाजिक कार्यकर्ता ने बताया कि, "दृश्य इतना भयावह था कि कुछ क्षणों के लिए मेरा भी हृदय कांप उठा. फिर खुद को संभालते हुए स्थानीय ग्रामीणों की मदद से घायलों को सड़क से उठाकर समीप के घरों में बैठाया और तुरंत 108 एंबुलेंस को सूचना दी." कुछ ही देर में एंबुलेंस घटनास्थल पर पहुंची और सभी घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए सिल्ली अस्पताल भेजा गया. घायलों में विनोद भोक्ता, सीता देवी, दीपाली कुमारी, जयमनी देवी, सुचिता देवी, माला देवी, सुंदरी मुंडा, राजेंद्र मुंडा सहित कई अन्य शामिल हैं. फिलहाल सभी का इलाज चल रहा है. सौभाग्य से अभी तक किसी की मृत्यु की सूचना नहीं है, जिसे लोग ईश्वर की कृपा मान रहे हैं.
स्थानीय लोगों की मांग – दुर्घटनाओं पर रोक के लिए ठोस कदम उठाए सरकार
इस हादसे ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि सिल्ली विधानसभा क्षेत्र में आए दिन हो रही सड़क दुर्घटनाओं के पीछे आखिर कारण क्या हैं? स्थानीय लोगों का कहना है कि खराब सड़कों, अंधेरे में रोशनी की कमी, तेज रफ्तार और ट्रैफिक नियंत्रण के अभाव के कारण यहां दुर्घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं.
एक प्रत्यक्षदर्शी ने प्रशासन से अपील की है
"सरकार और स्थानीय विधायक को चाहिए कि सड़कों की स्थिति सुधारें, स्ट्रीट लाइट लगवाएं, स्पीड ब्रेकर बनवाएं और ट्रैफिक व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करें, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों."