न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: झारखंड के धनबाद में मानसून की पहली बारिश ने पुल निर्माण में भ्रष्टाचार की सच्चाई उजागर कर दी है. जमुनिया नदी पर बने नए पुल की लागत लगभग 6 करोड़ रुपये से बनी हैं, लेकिन उद्घाटन से पहले ही यह पुल टूट गया. यह पुल धनबाद और बोकारो जिलों को जोड़ने के लिए बाघमारा के माटीगढ़ डेम कॉलोनी के पास बनाया गया था. हाल ही में हुई बारिश के बाद पुल का एक हिस्सा और इसकी एप्रोच रोड पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं. वहीं, स्थानीय लोगों ने पुल निर्माण में गंभीर अनियमितताओं और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया हैं. पुल का एक हिस्सा टूट गया है, जिससे इलाके में चिंता बढ़ गई है. इसके अलावा, अप्रोच सड़क में भी बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं, जो स्थानीय लोगों के लिए खतरा बन गई हैं.
बता दें कि यह परियोजना मुख्यमंत्री ग्राम सेतु योजना के तहत ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल धनबाद द्वारा संचालित की जा रही थी. पुल निर्माण का कार्य प्रीति इंटरप्राइजेज नामक कंपनी को सौंपा गया था. इस परियोजना की कुल लागत छह करोड़ रुपये है. ग्रामीण विकास प्रमंडल धनबाद के एग्जक्यूटिव इंजीनियर नरेंद्र कुमार ने हाल ही में इस स्थल का निरीक्षण किया था उन्होंने बताया कि अभी तक डेढ़ करोड़ रुपये का भुगतान बाकी है. निरीक्षण के दौरान, उन्होंने कुछ कार्यों की कमी को भी देखा और संवेदक को निर्देश दिया कि जिन हिस्सों में क्षति हुई है, उनकी मरम्मत जल्दी की जाए.
बताते चले कि पुल का शिलान्यास 10 अगस्त 2022 को तत्कालीन विधायक और वर्तमान सांसद ढुलू महतो ने किया था. लोगों का कहना है कि निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया है और पैसे का गलत इस्तेमाल हुआ है. यदि यह स्थिति बनी रही, तो जनता की सुरक्षा को खतरा हो सकता है. अब स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से इस मामले की जांच की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी समस्याएं ना हों और निर्माण कार्य में पारदर्शिता सुनिश्चित हो.