राजेश कुमार विश्वकर्मा/न्यूज़11 भारत
बिहार/डेस्क: झारखंड में पिछले तीन दिनों से जारी झमाझम बारिश का असर अब बिहार के नालंदा जिले में भी दिखने लगा है. जिले में बीते 24 घंटों से रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण सुबह एक बड़ी आपदा सामने आई जब लोकाईन नदी के जलस्तर में अचानक वृद्धि होने से एकंगरसराय प्रखंड के मंडाछ पंचायत स्थित बेलदारी विगहा में तटबंध टूट गया. इस घटना के चलते सड़क संपर्क पूरी तरह बाधित हो गया है और धुरीबीघा, छीतर बीघा मंडाछ और केशोपुर जैसे गांवों का संपर्क मुख्य मार्ग से कट गया है. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए नालंदा के जिलाधिकारी कुंदन कुमार और पुलिस अधीक्षक भारत सोनी ने सुबह-सवेरे बेलदारी विगहा पहुंचकर स्थल का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने निर्माण एजेंसियों और संबंधित पदाधिकारियों को तत्काल सड़क मरम्मत कार्य शुरू करने का निर्देश दिया. उन्होंने स्पष्ट किया कि ईसी बैग, पर्याप्त श्रमिक और मशीनरी के जरिए अविलंब मरम्मत कार्य शुरू किया जाए. बाढ़ के खतरे को भांपते हुए एनडीआरएफ की टीम को मौके पर तैनात कर दिया गया है जो राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई है.
साथ ही जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि प्रभावित क्षेत्रों में आपदा प्रबंधन के तहत राहत शिविर स्थापित किए जाएं, जिनमें पशु चारा, चिकित्सा सुविधा, पशु स्वास्थ्य शिविर, सूखा राशन, पॉलिथीन शीट और सामुदायिक रसोई की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. हिलसा, करायपरशुराय और एकंगरसराय प्रखंड में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है. ग्रामीणों ने प्रशासन और सरकार पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि हर साल बाढ़ की त्रासदी झेलनी पड़ती है लेकिन स्थायी समाधान की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता. ग्रामीणों का कहना है कि तटबंध की अस्थायी मरम्मत और राहत शिविरों में खाना बांटने से स्थायी समाधान नहीं होगा. इस दौरान हिलसा प्रखंड के धुरी बीघा गांव में निरीक्षण के समय प्रखंड विकास पदाधिकारी अमर कुमार के पैर टूटने की खबर भी सामने आई है. प्रशासन फिलहाल अलर्ट मोड में है और हालात पर नजर बनाए हुए है.