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रांची/डेस्क: योग मानव शरीर के लिए बहुत फायदेमंद हैं. योग न सिर्फ आपकी फिजिकल हेल्थ बल्कि मेंटल हेल्थ भी अच्छी रहती हैं. आजकल की भागदौड़ भरी जीवन में योग शरीर को स्वस्थ रखने में आपके लिए काफी लाभकारी शाबित हो सकता हैं. भारत में प्राचीन समय से ही योगा को काफी फायदेमंद माना जाता है लेकिन बता दें कि बीते कुछ वर्षो से पूरी दुनिया में योग को लोहा माना हैं.
योग क्या हैं?
आज के समय में सिर्फ योग ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया योग को अपना रही हैं. लेकिन हर किसी के मन में यह सवाल जरूर होगा कि आखिर योग है क्या? क्या आप भी इस सवाल का जवाब जानना चाहते है कि आखिर योग क्या है और ये कैसे इंसानी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता हैं. योग स्वस्थ जीवन की ओर जाने का रास्ता है, यह इश्वर की अराधना का मार्ग है. यह खुद से मिलने की यात्रा हैं. योग एक अनुशासन है जो इंसान और उसकी आत्मा का मिलन कराता हैं.
योग कर्म, टप और जीवन है
योग मानव के शरीर को उस आंतरिक अवस्था तक लेकर जाता है जहां वो हर वस्तु को अपने हिस्से के रूप में अनुभव करता हैं. योग को केवल व्यायाम की एक पद्धति माना जाता है लेकिन ये आत्म परिवर्तन की तकनीकों का एक समूह है जो किसी व्यक्ति को आंतरिक अवस्था तक ले जाने के लिए बनाया गया हैं. इसे आप इस तरह से भी समझ सकते है की ये आपके सब कॉन्शस माइंड को कॉन्शस कंडीशन में लाने में मदद करता हैं.
आसन के कितने प्रकार है
बता दें कि योग प्राचीन समय से मानव सभ्यता का हिस्सा रहा है इसीलिए इसके आसनों को सटीक संख्या बताना मुश्किल है. लेकिन आधुनिक योग अभ्यास में करीब 84 बुनियादी आसान शामिल हैं.
योग के लाभ
शरीर को स्वस्थ और लचीला बनाने, सांस लेने की प्रक्रिया में सुधार, वजन घटाने, नींद में सुधार करने, तनाव कम करने और उर्जा के स्तर को बढ़ावा देने में मदद करता हैं.
1. mountain pose (ताड़ासन)
ताड़ासन बेहद असरदार और आसान मुद्रा है क्योंकि इसमें केवल खड़े रहना होता हैं. लेकिन यह न सिर्फ शरीर की फ्लेक्सिब्लिटी बल्कि शारीरिक शक्ति को भी बढ़ाता हैं. यह व्यक्ति को दिमागी रूप से संतुलन और स्थिरता भी देती हैं. अगर आप भी इसे करते है तो आपको भी अपने पैर, धढ़ और सर में भी शक्ति महसूस करेंगे. यह तनाव कम करने और व्यक्ति के आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए भी अच्छा माना जाता हैं.
2. Child's pose (बालासन)
बालासन को बल मुद्रा भी कहा जाता है. योग का यह मुद्रा इंसान को कई शारीरिक और मानसिक फायदे पहुंचाती है. यह आपके मन-मस्तिष्क को शांत रखती है, घबराहट, चिंता, अवसाद, तनाव को कम करती है, साथ ही यह आपके शरीर और दिमाग को आराम देती हैं. बाल मुद्रा करने से पीठ, गर्दन और कंधो में दर्द और तनाव दूर करता हैं. सिर्फ यही नहीं कूल्हों, टखनों और पीठ के निचले हिस्से को भी धीरे-धीरे कर आराम पहुंचाती हैं. पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में भी यह मददगार हैं.
3. Downward Facing Dog Pose ( अधोमुख श्वानासन)
अधोमुख श्वानासन संस्कृत का शब्द है जिसमें अधो का मतलब है निचे, मुख का मतलब है चेहरा, श्वान का मतलब है कुत्ता और आसन का मतलब है मुद्रा. इस योगासन की मुद्रा में व्यक्ति का शरीर श्वान के समान नजर आता है जो आपके पुरे शरीर को काफी खिंचाव देता हैं. शरीर के ऊपरी हिस्सों के लिए यह योग मुद्रा काफी लाभकारी होता हैं. यह योगमुद्रा रक्त के प्रवाह को बेहतर बनाता है, धमनियों को फैलाता है, पीठ के तनाव को दूर करता है. यह आपके हाथों, कंधो, पैरों, छाती और पीठ की मांसपेशियों में खिंचाव पैदा करती है जिससे शरीर खुल जाता हैं. इससे आपकी एड़ियों, कंधो, हड्डियों, और सारी मांसपेशियों को आराम मिलता हैं. इसीलिए आपकी योग दिनचर्या में ये आसन जरूर शामिल करें.