प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हज़ारीबाग़/डेस्क: जो लोग पूर्व सांसद यशवंत सिन्हा को एक चूंका हुआ तीर मान रहे थे, वे अब अपने बगले झांकने को तैयार हो जाये. रविवार को हज़ारीबाग़ के अटल भवन में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के बेहद करीब रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया. प्रेस से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि हम सब आज तक अटल विचार मंच के जरिए समाजसेवा का अलख कई सालो से जगाये हुए थे. कई लोगो को इस मंच ने मदद की, कई तरह के अवसर प्रदान किया. आज आगे बढ़ कर इस मंच को एक कदम और बढ़ाया जा रहा है. अटल विचार मंच की जब स्थापना हुई थी, उस वक़्त भारतीय जनता पार्टी अटल बिहारी बाजपेयी जी के आदर्शों व सिद्धांतो का अनुसरण कर उनके बताये गए पदचिन्हो पर चल रही थी. आज की भारतीय जनता पार्टी अपने लक्ष्य से अपने रास्ते से भटकी हुई है और मुद्दा विहीन है. देश तोड़ने की राजनीती कर रही है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा कि इस मंच से कई बुद्धिजीवी वर्ग के लोग जुड़े हुए है जो भाजपा के मूल सिद्धांतो से आज भी अपने आप को जोड़े हुए है. उनका भी विचार था की हमलोग अटल विचार मंच को एक नया आयाम दे और जो मूल नीति सिद्धांत है उसको लेकर आगे का सफर तये करे. इसी सब को देखते हुए हमलोगो ने तय किया है कि अटल विचार मंच को हमलोग राजनितिक पार्टी बनाएंगे और इसमें उनलोगो को उम्मीदवार बनाएंगे जो मंच की विचारधारा से सरोकार रखते हो. यशवंत सिन्हा ने कहा कि मैं खुद कोई चुनाव नहीं लडूंगा. मेरा काम मार्गदर्शक का होगा. पत्रकारों ने जब उनसे पुछा कि क्या उन्होंने इस सम्बन्ध में अपने पुत्र पूर्व सांसद जयंत सिन्हा से बात की है तो उन्होंने कहा कि नहीं उनकी जयंत सिन्हा से इस मुद्दे पर कोई बातचीत नहीं हुई है.
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