केंद्र सरकार ने ग्रीन इनर्जी को देश में बढ़ावा देने के लिए नयी रूफ टॉप सोलर स्कीम लायी है. इसके तहत झारखंड में यह स्कीम शुरू होने जा रही है. आम उपभोक्ताओं के बिजली बिल बचत को देखते हुए इसे बहुत ही लाभकारी योजना के रूप में देखा जा रहा है. जेबीवीएनएल द्वारा इसकी तैयारी शुरू कर दी गयी है. टेंडर फाइनल करके कंपनियों को इंपैनल कर दिया है. अब तक करीब 505 उपभोक्ताओं के आवेदन आ चुका है जिससे करीब 3.5 मेगवाट का बिजली उत्पादन हो सकेगा. जबकि 700 किलो वाट का ऑनप्रोसेस है. इस योजना के तहत एक आम उपभोक्ता अपने छोटे से छोटे छत या खाली स्पेश में कम से कम 110 वर्ग फीट में 1 किलोवाट तक का सोलर सिस्टम लगाकर महीना कम से कम 120 यूनिट बिजली का बिल बचा सकते हैं. यानि एक किलो वाट तक सोलर सिस्टम लगाकर वे वर्ष में कम से कम 1200 हजार रूपया वर्तमान बिजली दर (मिल रही सब्सिडी छोड़कर) बचत कर सकते हैं. 1 किलोवाट के सोलर सिस्टम में प्रतिदिन 4 यूनिट बिजली उत्पादित हो सकेगी. इतना ही नहीं जेबीवीएनएल एक और सोलर सिस्टम रूफ टॉप रेस्को मॉडल भी लाया है. इसके तहत अपने घर के खाली छतों को रेंट पर देकर भी पैसा कमाया जा सकता है.
ऑन ग्रिड सिस्टम होने के कारण बैटरी की नहीं होगी जरूरत, केवल इन्वेटर से ही कंज्यूम कर सकेंगे उत्पादित बिजली
यह ऑन ग्रिड रूफ टॉप सोलर सिस्टम होगा. इसमें बैटरी का भारी-भरकम खर्च की जरूरत या फिर बैटरी खराब होने का भी डर नहीं होगा. इसके लिए केवल इन्वेटर, सोलर प्लेट और तार की जरूरत होगी. इसके आधार पर वह कंज्यूम बिजली का इस्तेमाल दिन में कर सकते हैं. मतलब दिन के बिजली कंजम का सीधा खर्च उपभोक्ताओं को बच जाएगा. शाम को सूर्य ढ़लने के पूर्व तक कंजम से अधिक उत्पादित होने वाली बिजली सीधे नेट मीटरिंग के द्वारा ग्रिड में चली जाएगी. जो हर महीने आने बिजली बिल में दिन को कंजम करने वाली बिजली का खर्च एवं ग्रिड में गयी बिजली को घटाकर बिजली बिल आएगा. आयोग द्वारा वर्तमान में सोलर इनर्जी से उत्पादित बिजली के क्रय दर प्रति यूनिट 3.80 रूपया तय गया है. अगर उपभोक्ता उत्पादित बिजली को जेबीवीएनएल को देते है तो उन्हें प्रति यूनिट 3.80 रूपया के दर से भुगतान होगा.
5 वर्ष तक मेटेनेंनस रहेगा फ्री, सोलर प्लेट का लाइफ 25 साल का होगा
सेंट्रल मिनिस्ट्री ऑफ रिवन्यूबल इनर्जी के झारखंड प्रतिनिधि बॉपी के अनुसार उपभोक्ताओं के घर में लगने वाले सोलर सिस्टम का मेटनेंनस पांच वर्ष तक पूरी तरह फ्री रहेगा. इन्वेंटर की पांच साल की वारंटी रहेगी. इसके अतिरिक्त लगाए जाने वाले सोलर प्लेट की लाइफ 25 साल की होगी. इसके अतिरिक्त जेबीवीएनएल ने केंद्र सरकार के सहयोग से रूफ टॉप रेस्को मॉडल सोलर सिस्टम लाया है. इसके लिए लॉक डाऊन के पहले ही टेंडर निकाला गया था मगर इसे बढ़ाकर 23 जुलाई कर दिया गया है. इसमें विभिन्न कंपनी डेवलपर के तौर पर इंपैनल होंगे. यह कंपनियां घर-घर जाकर उपभोक्तओं से संपर्क करेंगे. या फिर उपभोक्ता सीधे भी कंपनियों से संपर्क कर सकते हैं. इस सिस्टम के तहत कच्चे एवं पक्के दोनों मकानों के छत पर सिस्टम लगा सकते हैं. इससे उत्पादित होने वाली बिजली कंपनियों से जेबीवीएनल अधिक्तम 3.80 पैसे प्रति यूनिट की दर से खरीदेगा. रेंट उपभोक्ता एवं कपंनियों के बीच बारगेन के आधार पर तय होगा.