अमित दत्ता/न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) की रोक और जिला प्रशासन के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद राहे प्रखंड में अवैध बालू परिवहन का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. शनिवार की देर रात महेशपुर मार्ग से रांची भेजी जा रही दो ट्रबो वाहनों को प्रखंड विकास पदाधिकारी (सीओ) जया मुर्मू के नेतृत्व में जब्त किया गया.
गुप्त सूचना पर की गई कार्रवाई
सीओ जया मुर्मू को गुप्त सूचना मिली थी कि महेशपुर के रास्ते दो ट्रबो वाहनों में अवैध रूप से बालू रांची ले जाया जा रहा है। सूचना मिलते ही उन्होंने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर दोनों ट्रकों को जब्त कर राहे थाना को सुपुर्द किया. उन्होंने बताया कि यह कार्रवाई रांची उपायुक्त के पत्रांक 645(ii)/ITDA दिनांक 10 जून 2025 के निर्देश के आलोक में की गई है। मौके पर राहे थाना प्रभारी भी मौजूद थे.
प्रशासनिक सक्रियता के बाद बालू माफियाओं में हड़कंप
इस कार्रवाई के बाद क्षेत्र के बालू माफियाओं में हड़कंप मच गया है. प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि NGT के निर्देशों का उल्लंघन करने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.
स्थानीय सवाल: क्या कार्रवाई सिर्फ आदेश आने पर ही होगी?
हालांकि यह कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या प्रशासन सिर्फ तब सक्रिय होता है जब ऊपर से आदेश आता है? महेशपुर मार्ग, इचाहातू व बसाहातू घाट से रोजाना दर्जनों ट्रैक्टर व हाईवा बिना रोक-टोक के गुजरते हैं, लेकिन कार्रवाई न के बराबर होती है.
पुराना मामला भी बना संदेह का कारण
इससे पूर्व भी सीओ जया मुर्मू ने फरवरी माह में तीन ट्रैक्टरों को जब्त किया था जिन्हें बाद में कथित तौर पर छोड़ दिया गया. लोगों ने इसे लेकर सवाल उठाए थे कि क्या फाइन लेकर गाड़ियों को छोड़ा गया था? अब देखना यह है कि इस बार जब्त मिनी हाइवा ट्रकों पर क्या कार्रवाई होती है – मात्र जुर्माना या फिर कानूनी प्रक्रिया?
प्रशासन की त्वरित कार्रवाई भले ही सराहनीय हो, लेकिन अवैध बालू परिवहन की पूरी श्रृंखला पर निगरानी और स्थायी समाधान की आवश्यकता है। जब तक स्थानीय स्तर पर सख्त निगरानी और नियमित कार्रवाई नहीं की जाएगी, तब तक बालू माफियाओं पर प्रभावी अंकुश लगाना संभव नहीं होगा.