झारखंड » जमशेदपुरPosted at: मई 03, 2024 बारकोड से कर सकते हैं पहचान सरकारी दुकान में बिक रही शराब असली है या नकली

मुजतबा हैदर रिजवी/ न्यूज11भारत
जमशेदपुर/डेस्क:पूर्वी सिंहभूम जिले में सरकारी शराब दुकान से नकली शराब धड़ल्ले से बेची जा रही है. दुकान के सेल्समैनों पर आरोप है कि वह बोतल खोलकर उसमें से शराब निकाल कर पानी मिला देते हैं और इस तरह एक बोतल से दो बोतल तैयार कर रहे हैं. इस पर सहायक आयुक्त उत्पाद रामलीला रवानी का कहना है कि लोग बोतल के बारकोड से जान सकते हैं कि शराब असली है या नकली. उन्होंने बताया कि जेएसपीसीएल का स्कैनर गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद है. शराब खरीदने वाले लोग गूगल प्ले स्टोर से इस ऐप को डाउनलोड कर लें. शराब की बोतल खरीदें तो शराब की बोतल पर लगे बारकोड को इस ऐप से स्कैन करें. पता चल जाएगा कि शराब असली है या नकली. अगर सीधे बारकोड स्कैन नहीं हो रहा है तो किसी भी सामान ने स्कैनर से बारकोड को स्कैन करें. उस पर एक नंबर आएगा और फिर जेएसपीसीएल के स्कैनर पर यह नंबर डाल दें. इससे पता चल जाएगा कि शराब असली है या नकली. जबकि जानकारों का कहना है कि स्कैनर बता देगा कि बोतल असली है या नकली. लेकिन अगर सेल्समैन उसे खोलकर उसमें पानी मिला देगा तो कैसे पता चलेगा की बोतल में मौजूद शराब में पानी मिला है या नहीं. लोगों का कहना है कि इसके लिए उत्पाद विभाग को ऐसी कोई नई तरकीब निकालनी चाहिए, जिससे उपभोक्ता को असली शराब मिल सके.