झारखंडPosted at: मई 29, 2025 “पढ़ाई की कोई उम्र नहीं होती” 56 वर्षीय गंगा उरांव ने मैट्रिक परीक्षा पास कर रच दिया इतिहास, डीएसई ऑफिस में हैं चपरासी
न्यूज11 भारत
खूंटी/डेस्कः “पढ़ाई की कोई उम्र नहीं होती” इस कहावत को खूंटी के गंगा उरांव ने अपने जीवन में साकार कर दिखाया है. 56 वर्ष की उम्र में उन्होंने मैट्रिक की परीक्षा पास कर एक मिसाल कायम की हैं. गंगा उरांव खूंटी सदर प्रखंड के कालामाटी गांव निवासी हैं और डीएसई (जिला शिक्षा अधीक्षक) कार्यालय में दैनिक वेतनभोगी चपरासी के रूप में कार्यरत हैं. उन्होंने बिरसा उच्च विद्यालय, चलागी खूंटी से परीक्षा दी थी और 47.2 प्रतिशत अंकों के साथ सेकेंड डिवीजन में सफलता प्राप्त की हैं.
गंगा उरांव ने बताया कि आर्थिक तंगी के कारण वे पहले मैट्रिक की परीक्षा नहीं दे सके थे. जब वे नौवीं कक्षा में थे, तब परिवार की माली हालत खराब थी और मात्र 40 रुपये की बोर्ड रजिस्ट्रेशन फीस ना भर पाने के कारण वे परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए थ, लेकिन इस अधूरे सपने को उन्होंने कभी मरने नहीं दिया और वर्षों बाद एक नई उम्मीद के साथ परीक्षा दी, और अंततः उन्हें सफलता मिली.