संतोष श्रीवास्तव/न्यूज़11 भारत
पलामू/डेस्क: पलामू जिले के प्राइवेट अस्पतालों ने आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज बंद कर दी है. प्राइवेट अस्पताल असोसिएशन का कहना है कि सरकार की ओर से लंबे समय से बकाया भुगतान नहीं किया गया है. मई 2024 से पलामू के अलावा झारखंड के लगभग 212 अस्पताल को पैसा नही मिल रहा है.
इन्सुरेंस कंपनी तकनिकी कारणों का हवाला देकर बकाया राशि भुकतान नही कर रही है, जिससे अस्पतालों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है. एसोसिएशन के अध्यक्ष सह अशी केयर अस्पताल के निदेशक मनीष तिवारी ने साफ कहा है कि यदि जल्द ही बकाया राशि का भुगतान नहीं किया गया, तो वे आयुष्मान भारत योजना के तहत मरीजों का इलाज पूरी तरह बंद कर देंगे. इस अल्टीमेटम से जिले के हजारों गरीब और जरूरतमंद मरीजों के इलाज पर संकट मंडरा गया है, जो इस योजना के तहत मुफ्त इलाज की सुविधा लेते हैं. प्राइवेट अस्पतालों का कहना है कि बार-बार आग्रह और ज्ञापन देने के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है. ऐसे में अब उनके पास योजना से हाथ खींचने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है.
अब देखना यह होगा कि सरकार इस मुद्दे पर क्या कदम उठाती है और गरीबों की इस स्वास्थ्य सुरक्षा योजना को बचाने के लिए क्या प्रयास करती है. वही इस फैसले का सीधा असर जिले के हजारों गरीब मरीजों पर पड़ रहा है, जो अब इलाज के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हैं. सरकारी अस्पतालों पर दबाव बढ़ गया है, और कई मरीजों को इलाज के लिए दूसरे जिलों का रुख करना पड़ रहा है. एसोसिएशन ने साफ कहा है कि जब तक सरकार सभी बकाया भुगतान नहीं करती, तब तक वे योजना में शामिल नहीं होंगे. अब सवाल यह है कि सरकार इस स्वास्थ्य संकट से कैसे निपटेगी और आम लोगों को राहत कब मिलेगी? मौके पर मैया बाबू अस्पताल से डॉ कादिर परवेज़, डॉ संतोष मेहता, वर्मा हॉस्पिटल से मंटु, अकर्षी अस्पताल से अमरेंद्र, क्योर हॉस्पिटल से इस्लाम सहित सभी हॉस्पिटल के संचालक मौजूद रहे.