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रांची/ डेस्क: हर साल 3 मई को पूरी दुनिया प्रेस स्वतंत्रता दिवस मनाती है. यह दिन विश्व स्तर पर प्रेस की स्वतंत्रता के महत्व को समझाने और पत्रकारों के सामने आने वाली चुनौतियों को पहचानने के लिए मनाया जाता है. विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पहली बार वर्ष 1993 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा मनाया गया था. यह घोषणा 1991 में UNESCO के 26वें आम सम्मेलन सत्र में की गई एक सिफारिश के बाद की गई थी. 2024 में विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की 31वीं वर्षगांठ चिली के सैंटियागो में आयोजित किया जाएगा. यह दिन उन सभी पत्रकारों को भी श्रद्धांजलि देता है जिन्होंने पत्रकारिता करते हुए अपनी जान गंवाई है.
क्या है इस वर्ष का थीम
इस वर्ष, विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस 2024 का थीम "ए प्रेस फॉर द प्लैनेट: जर्नलिज्म इन द फेस ऑफ द एनवायर्नमेंटल क्राइसिस" है. इस साल का थीम वैश्विक पर्यावरणीय संकट (World Environmental Crisis) को संबोधित करने और महत्वपूर्ण पर्यावरणीय मुद्दों पर कार्रवाई करने के लिए पत्रकारिता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालता है.
क्या है इस दिन का महत्व
यह दिन प्रेस की स्वतंत्रता के महत्व की याद दिलाता है, सूचना तक सार्वजनिक पहुंच और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए सरकारी सम्मान सुनिश्चित करता है. यह विश्व स्तर पर पत्रकारों के सामने आने वाली धमकियों, हिंसा और सेंसरशिप जैसी चुनौतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाता है.
योगदान के लिए पत्रकारों को किया जाता है सम्मानित
इस दिन, दुनिया भर के पत्रकारों के योगदान को स्वीकार किया जाता है और उनकी सराहना की जाती है. यह दिन उन पत्रकारों को श्रद्धांजलि के रूप में भी मनाया जाता है जिन्होंने अपने कर्तव्य को पूरा करते हुए दुखद रूप से अपनी जान गंवा दी थी. पत्रकारों का बलिदान हमें सत्य की खोज में उनके सामने आने वाले जोखिमों की याद दिलाता है.