कृपा शंकर/न्यूज 11 भारत
बोकारो/डेस्क:चास प्रखंड अंतर्गत राधानगर पंचायत के मुखिया और बिचौलियों के मिलीभगत से जनता के पैसे का बंदरबांट करने का आरोप लगाते हुए, स्थानीय ग्रामीणों ने प्रखंड विकास पदाधिकारी आवेदन दिया. इतना ही नहीं मुखिया पर तानाशाही करने का भी आरोप लगाया. आवेदन में कहा है पेयजल एवं स्वच्छता विभाग से निर्माणाधीन नाडेप कंपोज टैंक (कूड़ा दान) और कचरा संग्रह में घटिया सामग्री लगाने तथा मनमाने तरीके से काम करने का आरोप आरोप लगाया है. कहा है कि इस योजना में जमीन की बिन खुदाई किए घटिया ईंटों से जोड़ाई कर निर्माण कार्य किया जा रहा था. गांव के जागरूक ग्रामीणों ने इसका विरोध करते हुए संबंधित विभाग से इसकी शिकायत की थी.
आवेदन में कहा है कि विभाग को शिकायत को करने पर मुखिया आगबबूला हो गया. ग्रामीणों को भला बुरा कहने लगा. इतना ही नहीं धमकी भी देने लगा, ग्रामीणों को झूठा मुकदमा कर जेल भेज देने की धमकी दी. तब ग्रामीणों ने इसकी शिकायत पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के प्रखण्ड सम्यक रेखा कुमारी और जूनियर इंजीनियर सुनील कुमार को दूरभाष पर सूचना दी. इसके बाद विभाग ने मामले को संज्ञान में लेते हुए निर्माण कार्य का निरीक्षण किया. जांचोपरांत निर्माण कार्य में गड़बड़ी पाने के बाद मानक के तहत कार्य करने की सख्त हिदायत देते दी. विभाग ने निर्माण कार्य में कोताही बर्दाश्त नहीं करने की बात कही.
इधर, ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि मुखिया द्वारा पंचायत समिति तथा ग्रामीणों को आमसभा की सूचना नहीं दी जाती है. बंद कमरे में अपने चहेते लोगों को लाभुक समिति बनाकर, योजना को क्रियान्वित करते आ रहे है. अपने चहेते लोगों द्वारा चिंहित स्थान पर विकास योजना उतार दिया जाता है. ग्रामीणों ने प्रखंड विकास पदाधिकारी से सरकारी विकास योजना में हो रही, अनियमितता की जांच करने की मांग की है.
इधर, मुखिया स्वरूप दास ने बताया कि सारे आरोप बेबुनियाद है, वे लोग विकास के काम में रोड़ा अटकाया चाहते है. वे ऐसे लोग हैं जिनके करीबी द्वारा मनमानी ढंग से संचालित सरकारी योजनाओं पर अंकुश लगाया गया है. इस कारण वे लोग दुर्भावना से ग्रस्ति होकर इस तरह का काम कर रहे है.