झारखंडPosted at: अगस्त 02, 2025 विभावि महासंघ ने कुलसचिव के योगदान में हो रहे विलंब पर उठाये सवाल
वित्तीय गड़बड़ी करने वाले पदाधिकारी का बताया बाधक

प्रशांत शर्मा/न्यूज11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: विनोबा भावे विश्वविद्यालय में स्थाई कुलसचिव ने अब तक योगदान नहीं दिया है और इसे लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन विलंब कर रहा है. झारखंड राज्य विश्वविद्यालय-महाविद्यालय शिक्षकेतर कर्मचारी महासंघ की विनोबा भावे विश्वविद्यालय प्रक्षेत्र ने इस संबंध में बयान जारी करते हुए कहा कि 5 जून को झारखंड लोक सेवा आयोग ने रिजल्ट प्रकाशित किया लेकिन अब तक बिमल मिश्रा का इस पद पर योगदान नही करवाया गया है. जबकि अन्य विश्वविद्यालयों में सारी औपचारिकताएं पूर्ण कर कुलसचिव नियुक्त कर लिए गए. सवाल किया कि आखिर किन कारणों से विभावि में योगदान नही करवा कर प्रभारी से काम चलाया जा रहा है.
ज्ञात हो कि प्रो मिश्रा विनोबा भावे विश्वविद्यालय के आदर्श किया जाए. महासंघ को ऐसा संदेह होता है कि वित्तीय गड़बड़ी कालेज राजधनवार में प्राचार्य के पद पर सेवारत हैं. पूर्व में ही सारे दस्तावेजों की जांच कर औपचारिकताओं को पूरा किया जा चुका है, फिर जांच के नाम पर विलंब करना सही नहीं है. अगर किसी भी तरह का अड़चन है तो उसे सार्वजनिक करने वाले पदाधिकारी नही चाहतें हैं कि स्थाई कुलसचिव योगदान करें क्योंकि प्रभारी से कोई भी कार्य बेझिझक करवाया जा सकता है. महासंघ के अध्यक्ष संजीत पासवान ने इस मामले में राज्यपाल सह कुलाधिपति से इस मामले में उचित दिशा निर्देश जारी करने हेतु पत्र प्रेषित किया है. कहा कि अगर सात दिनों के अंदर विश्वविद्यालय में स्थाई कुलसचिव का योगदान कराते हुए शिक्षकेतर कर्मचारियों के लंबित समस्याओं का निराकरण नहीं किया जाता है तो महासंघ उच्च न्यायालय के शरण में जाएगी