बिट्टू/न्यूज़11 भारत
बगोदर/डेस्क: हजारीबाग पूर्वी वन प्रमण्डल के बगोदर वन प्रक्षेत्र अंतर्गत जमनीजारा गाँव में आज सुबह करीब 9:00 बजे एक घायल सफेद पीठ वाले गिद्ध (White Backed Vulture) को वन विभाग के अधिकारियों ने सुरक्षित अभिरक्षा में ले लिया. इस गिद्ध पर लगे सोलर रेडियो कॉलर और मेटैलिक रिंग से यह स्पष्ट हुआ कि इसका टैगिंग कार्य रॉयल सोसाइटी फॉर द प्रोटेक्शन ऑफ बर्ड्स (RSPB), UK द्वारा किया गया था. गिद्ध की सतत निगरानी के उद्देश्य से इसे टैग किया गया था, क्योंकि यह प्रजाति विलुप्तप्राय है.
गिद्ध के पंजे पर लगी मेटैलिक रिंग पर "GPO BOX-2624 DHAKA, B67" अंकित था, जिससे अफवाहें फैल गईं कि यह पक्षी संदिग्ध है और इसे बांग्लादेश द्वारा भारत की जासूसी के लिए भेजा गया है. इन अफवाहों ने स्थानीय लोगों में बेचैनी बढ़ा दी, लेकिन वन विभाग और पुलिस अधिकारियों ने मामले की गहन पड़ताल के बाद स्पष्ट किया कि यह गिद्ध वैज्ञानिक अनुसंधान के तहत टैग किया गया था और इन अफवाहों में कोई सच्चाई नहीं है.
इस सफेद पीठ वाले गिद्ध को 15 मई 2024 को टैग किया गया था और इसने हजारीबाग पहुँचने से पहले 1214 किलोमीटर की दूरी तय की और 921 मीटर की अधिकतम ऊंचाई प्राप्त की. 45 दिनों की इस यात्रा के बाद, इसे वन विभाग की चिकित्सकीय देखभाल में रखा गया है, जहां इसकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है.
वन विभाग ने यह भी स्पष्ट किया कि पक्षी के स्वास्थ्य की निगरानी विशेषज्ञों द्वारा की जा रही है और इसे लेकर फैली सभी भ्रामक सूचनाएं गलत हैं.