अमित दत्ता/न्यूज11 भारत
रांची/डेस्कः- राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने एक अहम कदम उठाते हुए सभी सरकारी अस्पतालों में यूट्यूबर्स और अनधिकृत मीडिया कर्मियों के प्रवेश पर रोक लगा दी है. मंत्री ने कहा कि ऐसे तत्व अस्पताल की गरिमा और मरीजों की निजता भंग कर रहे हैं. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इन लोगों की पहचान कर आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाए.
इस आदेश के बाद ऑल इंडिया स्मॉल एंड मीडियम जर्नलिस्ट वैलफेयर एसोसिएशन (AISMJWA) के राष्ट्रीय महासचिव प्रीतम सिंह भाटिया ने मंत्री को फोन कर धन्यवाद दिया. इस पर मंत्री डॉ. अंसारी ने कहा, "फर्जी पत्रकारों पर रोक तभी संभव है जब मीडिया खुद इस मुहिम में सरकार का साथ दे."
प्रीतम भाटिया ने मांग की कि पत्रकारों का जिला स्तरीय निबंधन और पहचान पत्र अनिवार्य किया जाए. मंत्री ने आश्वासन दिया कि वे इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री से बात करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि पत्रकारों के लिए बीमा योजना पर भी विचार किया जा रहा है.
बता दें कि AISMJWA ने 3 जून से पूरे राज्य में पत्रकारों के निबंधन और पहचान पत्र की मांग को लेकर अभियान शुरू किया है. इसके तहत जिला उपायुक्तों के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा जा रहा है. इस अभियान के बाद फर्जी पत्रकारों और ब्लैकमेलरों में हड़कंप मच गया है.
“यह आदेश फर्जी पत्रकारों पर रोक का पहला बड़ा कदम है,”
— प्रीतम सिंह भाटिया, राष्ट्रीय महासचिव, AISMJWA
उन्होंने कहा कि यह आदेश पूरे राज्य के अन्य विभागों में भी लागू किया जाना चाहिए और असली पत्रकारों की पहचान सुनिश्चित करना अब सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए.