न्यूज 11 भारत
रांची/डेस्क: रिम्स कैंटीन में चाय पीकर जूनियर डॉक्टर की तबीयत बिगड़ने के मामले में गंभीर रूप ले लिया है. झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने इस घटना को अत्यंत गंभीरता से लिया है. मंत्री ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कैंटीन संचालक का लाइसेंस रद्द कर दिया है और कैंटीन को सील करवा दिया है. साथ ही मामले की अभिलंब जांच का आदेश जारी किया गया है. डॉ. अंसारी ने स्पष्ट कहा है कि – “दोषी चाहे कोई भी हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा.”
मंत्री ने रिम्स की दुर्दशा के लिए निदेशक को पूर्ण रूप से जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने आरोप लगाया कि “रिम्स निदेशक न्यायालय की आड़ लेकर संस्थान को राजनीति का अड्डा बना चुके हैं, जो किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगा.”
डॉ. अंसारी ने यह भी कहा कि वह न्यायालय का सम्मान करते हैं, लेकिन निदेशक का गैर-जिम्मेदाराना रवैया और लापरवाही अस्वीकार्य है. उन्होंने माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी से मांग की है कि रिम्स निदेशक को तत्काल बर्खास्त किया जाए, ताकि राज्य की जनता और डॉक्टरों के हित में बिना किसी दबाव के सख्त कदम उठाए जा सकें.
स्वास्थ्य मंत्री ने चेतावनी दी है कि “स्वास्थ्य सेवाओं और संस्थानों में लापरवाही की ज़रा-सी भी गुंजाइश नहीं है. जनहित और डॉक्टरों की सुरक्षा मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता है.”